सावित्री ने प्राण बचाए

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* सावित्री की दिव्यता, हार गए यमराज।सावित्री के तेज पर, हर्षित सकल समाज॥ सावित्री के तेज से, हार गए यमराज।नारी रखे सतीत्व तो, बजे सुखों का साज॥ सावित्री की सिद्धता, करे दिलों पर राज।।उस नारी के सत्व से, हार गए यमराज॥ सावित्री के ताप से, मृत्युदेव में शोक।प्राण छोड़ सत्यवान के, भागे … Read more

सावित्री रक्षित प्राण

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* सावित्री ने तप किया, पति के रक्षित प्राण।नारी रखें सतीत्व तो, पति का हो कल्याण॥ बरगद का वह पेड़ था, आये थे यमराज।सावित्री के तेज पर, हुआ उन्हें भी नाज॥ सत्यवान के प्राण को, छोड़ भगे यमराज।इसीलिए तो पूज्य है, सावित्री हर काल॥ पत्नी में हो दिव्यता, तो पति का अमरत्व।पति … Read more

बरस रहे अंगार

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* आसमान से आज तो, बरस रहे अंगार।पैर जल रहे, सिर तपे, सूरज की है मार॥ सूरज तो अब हो गया, सचमुच में खूँखार।आज आदमी त्रस्त है, बरस रहे अंगार॥ सड़कों पर चाबुक चलें, ताप बना हथियार।नहीं किसी का ज़ोर है, बरस रहे अंगार॥ अच्छा-खासा आदमी, आज हुआ बेकार।बचना मुश्किल हो गया, … Read more

योग सिद्धि ध्यानी प्रबल

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* गौतम ऋषि सप्तर्षि में, सर्वोत्तम मतिमान।योग सिद्धि ध्यानी प्रबल, चतुर्वेद विज्ञान॥ ऋषि अगस्त्य साधक महा, सप्तर्षि अति ज्येष्ठ।क्षमा शील करुणा दया, वेद ज्ञान में श्रेष्ठ॥ गणपति लम्बोदर नमन, ध्यान करूँ विघ्नेश।गौरीनन्दन दो सुमति, मूषिकराज गणेश॥ सुर नर मुनि गण नित चरण, पूजित मूषिकराज।सिद्धिविनायक मौरया, पंचदेव निशिताज॥ रक्ताम्बर काया मृदुल, … Read more

प्रेम सुरभि सुरभित जगत

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* अभिलाषी जो प्रेम का, समझ प्रेम अनमोल,निर्मल निश्छल प्रेम ले, दे समरसता घोल।रिश्तों की जिसको समझ, वही निभाता प्रेम-अन्तर्मन चिन्तन विमल, प्रेम करे दिल खोल॥ प्रेम सुरभि सुरभित जगत,मिले शान्ति सुख चैन,खिले फूल अपनत्व का, समरस प्रकृति उदार।काम क्रोध मद मोह से, ग्रसित मूढ़ इन्सान-माने क्या अपमान का, कलह … Read more

चाय वरदान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* चाहत सबको चाय की, पीने का अरमान।चाय आज तो हो गई, हर जन को वरदान॥ चाय मिले तो ताज़गी, वरना सब बेकार।चाय मनुज को दे रही, तम में भी उजियार॥ चाय हर जगह चल रही, सभी जगह है चाह।बिना चाय के काम की, नहीं निकलती राह॥ सुबह जगो तो चाय है, … Read more

देख हार विस्मित पाक

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* एस-४०० करता विफल, पाक द्रोण की मार।वायुवीर ‘ब्रह्मोस’ से, दहशत किया प्रहार॥ बने रफालें काल नभ, झुलसे नगरों पाक।देख हार विस्मित हुआ, सैन्य शक्ति रण ख़ाक॥ आतंकी संकट विकट, घुसा राष्ट्र परिवेश।देशद्रोहियों से सबल, दे हिंसा संदेश॥ सेना चहुँ सीमा वतन, रखे लाज इस देश।पर दे लांछन सैन्य पर, … Read more

गर्मी की छुट्टियाँ खुशियाँ अपार

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* गर्मी की छुट्टी पड़ी, खुशियाँ बाल अपार।बंद शैक्षणिक संस्था, गर्मी मास प्रहार॥ तपिश ग्रीष्म जलती धरा, बहती तप्त बयार।कठिन हुआ गमनागमन, जला रहा लू धार॥ विद्यालय आना कठिन, हुआ असंभव छात्र।हुई छुट्टियाँ ग्रीष्म की, बचते लू से गात्र॥ देशाटन की चाहतें, चढ़ीं बाल परिवार।खिली मौज़ सन्तान का, भ्रमण देश … Read more

लिया राष्ट्र प्रतिकार

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से, लिया राष्ट्र प्रतिकार।सीथ सजी सिंदूर फिर, आतंकी लहु धार॥ अद्भुत फुर्ती सैन्य बल, फाइटर दिव्य रफ़ाल।नौ ठिकाने दहशती, किया नाश बन काल॥ मिली सुहागन दिल सकूं, देख मौत आतंक।नमन भारती सैनिकों, जबर्दस्त दी डंक॥ परम शौर्य गाथा लिखी, भारत माँ के वीर।सर्वनाश ख़ुद को तुले, नापाकी … Read more

किसान है जान

सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** आराम नहीं जानता, है विरुद्ध वह जान।मेहनत करता प्यार से, पाए उसमें शान॥ श्रम करता भरपूर ही, करे नहीं वह आह।मिलता हरदम नूर ही, करे काम की चाह॥ महल बनाये गैर के, रहे झोपड़ी नित्य।बोलो कैसे सुखी रहे, करता है निज कृत्य॥ चिंता उसको पेट की, पूरी कभी न होय।पेट … Read more