मानवता की रक्षा और जीवन
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* सृष्टि रचयिता को शत्-शत् नमन।समय के लिए भी कहा जा सकता है कि, यह सृष्टि में अंतहीन है। अर्थात सृष्टि का समय अंतहीन है। यह…
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* सृष्टि रचयिता को शत्-शत् नमन।समय के लिए भी कहा जा सकता है कि, यह सृष्टि में अंतहीन है। अर्थात सृष्टि का समय अंतहीन है। यह…
ललित गर्ग दिल्ली************************************** मित्रता हर रिश्ते में प्रेम, विश्वास एवं आत्मीयता का रस घोलती है। दोस्ती एक अनूठा एवं विलक्षण रिश्ता है, जिसमें हम बिना संकोच के अपनी वास्तविकता प्रकट…
डॉ. विकास दवेइंदौर(मध्य प्रदेश ) ******************************************** Oplus_131072 इन दिनों व्हाट्सएप जैसे आधुनिक संप्रेषण माध्यमों में बढ़ रही अनर्गल सामग्री और रील्स की भरमार के युग में हम सब इन चलचित्रों…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* मुंशी जी:कथा संवेदना के पितामह (प्रेमचंद जी स्मृति विशेष)... उपन्यास सम्राट, कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचंद का जन्म वाराणसी के नजदीक लमही नामक ग्राम…
ललित गर्ग दिल्ली************************************** मेघ, सावन और ईश्वर ... सावण मास को मासोत्तम मास कहा जाता है। सावण मास अपना एक विशिष्ट महत्व रखता है। यह माह अपने हर एक दिन…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** मेघ, सावन और ईश्वर... पारम्परिक लोक गीत के गायन का चलन विशेष पर्वों पर कम होता जा रहा है। सीधे फिल्मी गाने बजाने का चलन हो गया…
ललित गर्ग दिल्ली************************************** लगातार जम्मू-कश्मीर में बढ़ रही आतंकी घटनाएं चिन्ता का कारण बन रही है। डोडा जिले में आतंकी हमले में कैप्टन समेत सेना के ४ जवानों और जम्मू-कश्मीर…
ललित गर्ग दिल्ली************************************** पत्रकारिता के एक पुरोधा पुरुष, मजबूत कलम एवं निर्भीक वैचारिक क्रांति के सूत्रधार, उत्कृष्ट राष्ट्रवादी, भाजपा नेता और भाजपा मुखपत्र ‘कमल’ के मुख्य सम्पादक प्रभात झा अब…
डॉ. मीना श्रीवास्तवठाणे (महाराष्ट्र)******************************************* मेघ, सावन और ईश्वर... "वागर्थाविव संपृक्तौ वागर्थ: प्रतिपत्यये।जगत: पितरौ वंदे पार्वतीपरमेश्वरौ॥"(अर्थ:शब्द और अर्थ का सम्यक ज्ञान प्राप्त हो, इसलिए शब्द और अर्थ के समान ही (परस्पर…
डॉ. मीना श्रीवास्तवठाणे (महाराष्ट्र)******************************************* पंचकन्या (भाग-१)... "अहिल्या द्रौपदी सीता तारा मंदोदरी तथा।पंचकन्या ना स्मरेन्नित्यं महापातक नाशनम्॥"याद आए कुछ श्लोक, जो प्रातः स्मरण के रूप में कंठस्थ थे! इनमें ऊपर निर्देशित…