कदम-कदम ‘जनभाषा में न्याय’ की ओर बढ़ रहे हम!

डॉ. मोतीलाल गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** जब हम जनतंत्र की बात करते हैं तो यह भी अपेक्षा की जाती है कि जनता के सभी कार्य, शासन- प्रशासन, न्याय शिक्षा और रोजगार आदि…

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भारत:संविधान पर हमला करने वाले भूल गए

सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’इंदौर (मध्यप्रदेश )******************************************** अभी हमारे देश भारत का विपक्ष संविधान की जो दुहाई देता फिरता है, वह भूल जाता है कि जितनी बार संविधान पर हमले कांग्रेस…

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हाथरस हादसा:हृदयविदारक घटना के कई सवाल, निर्णायक कार्रवाई हो

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ उत्तर-प्रदेश के हाथरस में श्री नारायण साकार विश्व हरि (भोलेबाबा) के सत्संग के समागम में हुई भगदड़ ने १२१ लोगों की जान ले ली। ऐसा…

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हाथरस हादसा: मौतों की जवाबदेही तय हो

ललित गर्ग दिल्ली************************************** उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग के समापन के बाद मची भगदड़ में १२१ इक्कीस लोगों के मरने एवं सैकड़ों लोगों के घायल होने की हृदयविदारक,…

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‘कवि कुलगुरु’ महाकवि कालिदास

डॉ. मीना श्रीवास्तवठाणे (महाराष्ट्र)******************************************* आषाढ़ प्रथम दिवस.... आषाढ़ मास के प्रथम दिवस को 'कालिदास दिन' मनाया जाता है। कालिदास जी संस्कृत भाषा के सर्वश्रेष्ठ कवि तथा नाटककार हैं। दूसरी-पाँचवी सदी…

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श्री रामचंद्र कृपालु भज मन

डॉ. मीना श्रीवास्तवठाणे (महाराष्ट्र)******************************************* हम सब नेति-नेति के जाप के धागे से बंधकर उसी डोर के सहारे इस दूसरे पुष्प में ईश्वर की खोज की ओर बढ़ रहे हैं। उसी…

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हम क्या कर रहे ?, सोचिए

कपिल देव अग्रवालबड़ौदा (गुजरात)************************************* हम क्या कर रहे हैं ?, कभी-कभी हमें खुद की विवेचना भी करनी होगी। आजकल हमारे बच्चे होशियार तो हैं, लेकिन समझदारी की कमी देखने को…

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हिन्दी को बचाना है तो शिक्षकों को ठीक से पढ़ना-पढ़ाना होगा

डॉ. रामवृक्ष सिंहलखनऊ (उत्तरप्रदेश )**************************** हिन्दी हमारी गौ पट्टी में बड़ी ही दीन-हीन स्थिति में है। उसकी चमक-दमक गायब है। कोई छात्र हिन्दी पढ़ना नहीं चाहता। विद्यालय हिन्दी पढ़ाना नहीं…

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असुविधा की सड़कों का ‘कर’ ज्यादती और अन्याय

ललित गर्ग दिल्ली************************************** बेहतर सेवाओं के नाम पर सरकारें कई तरह के शुल्क वसूलती है, इसमें कोई आपत्ति एवं अतिश्योक्ति नहीं है, लेकिन सेवाएं बेहतर न हो, फिर भी शुल्क…

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हमारे ७ शरीर, खुद को भी समय दीजिए

कपिल देव अग्रवालबड़ौदा (गुजरात)************************************* आध्यात्म और जीवन-भाग २... आगे चलते हैं तो पाते हैं कि, हमारे ऋषि-मुनियों ने मानव शरीर की तुलना ब्रम्हाण्ड से की है। जब यह वक्तव्य पढ़ा,…

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