पिता:प्रेरणा, प्रकाश और पुत्र के व्यक्तित्व की सुघड़ता
ललित गर्ग दिल्ली************************************** उनकी साँसों से मेरी खुशियाँ (पिता दिवस विशेष)… पिता एक ऐसा शब्द, जिसके बिना किसी के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। एक ऐसा पवित्र रिश्ता, जिसकी तुलना किसी और से नहीं हो सकती। बचपन में जब कोई बच्चा चलना सीखता है, तो सबसे पहले अपने पिता की उंगली थामता … Read more