आज़ादी के बाद

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* आजादी हमको मिली, हुये सभी आजाद।पर स्वछंदता बढ़ गई, यही आज अवसाद॥ दिन पर दिन तो बढ़ रहा, देखो भ्रष्टाचार।सभी स्वार्थ में हैं घिरे, सारे ही नर-नार॥ जनसंख्या व्यापक बढ़ी, जिसका ओर न छोर।घटती बिल्कुल भी नहीं, कर लो कितना शोर॥ राजनीति का है पतन, चाहत केवल वोट।कुर्सी की मंशा लिए, … Read more

किया था शंखनाद…

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ मरते रहेवह देश के लिए,बिस्मिल रोशनलहरी अशफाक,अंग्रेजों की गुलामीका जिसने किया था,शंखनाद। रुधिर रसधारदिल में दी,जो वतन के लिए मरेदेश की मिट्टी से भी,खुशबू ए वतन में थीअंग्रेजों की गुलामी,का जिसने किया शंखनाद। काकोरी कांडनया उत्साह था,स्वतंत्रता के मतवालों काअंग्रेजों की हुकूमतका बिगुल बजाया था,वही था शंखनाद। स्वाभिमान युवाओं नेभी … Read more

बिरज में कृष्ण आए

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* ढम-ढम ढोल बजते हैं, बिरज में कृष्ण आये हैं।घटाएँ घिर रही काली, देवकी ने श्याम जाये हैं॥ चमकती बिजलियाँ नभ में, भादव की रात है काली,समय यह रोहिणी का है, बाग में झूमती डाली।घड़ी शुभ अष्टमी की है, नभ में मेघ छाये हैं,ढम-ढम…॥ चले वसुदेव मथुरा से, कृष्ण को शीश … Read more

नटखट लीला नटवरलाल

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* वासुदेव मथुरा जनम, लिये रुक्मिणी प्रीत।नंदगाँव नंदज प्रकट, राधा रमण प्रणीत॥ हुए प्रकट भुवि खलदलन, दामोदर संसार।मातु देवकी कोख से, विष्णु पूर्ण अवतार॥ प्रकटित केशव रोहिणी, द्वितीय चरण नक्षत्र।गोकुल में तृतीय चरण, शेषनाग धर छत्र॥ लीला सोलह मानवी, जगन्नाथ गोविन्द।रच लीला बहु विविधता, कुसुमित मुख अरविन्द॥ व्रजवासी गोपीरमण, यशोमती … Read more

ओ मेरे मन मीत

ममता साहूकांकेर (छत्तीसगढ़)************************************* कृष्ण जन्मोत्सव विशेष… तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो,हे प्यारे कान्हा जीतुम ही मन के मीत हो। इसी जन्म में,इन्हीं आँखों सेदर्शन तेरा कर जाऊँ,तो मेरे जीवन की जीत हो। तुम ही मेरे पल-पल,तुम ही दिन नए नित होतेरे मुख को रोज निहारूं,भजनों से तेरे भर जाऊँहाथों से अपने मैं,माखन मिश्री तुम्हें … Read more

मित्रता का इंद्रधनुष

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* मित्रता-जीवन… मित्र बस मित्र होता है, जैसे बस कोई इत्र होता है,चाहे जो भी हालात हो, हर हालात में इत्र होता हैसब बंधनों से परे स्नेह का निरंतर गौत्र होता है,सच्चाई से साथ निभानेवाला बस एक मित्र होता है। मित्रता का इंद्रधनुष जब भी छाता है जीवन में,जीवन लगता जैसे सावन … Read more

दस्तक दरवाजे पर

urmila-kumari

उर्मिला कुमारी ‘साईप्रीत’कटनी (मध्यप्रदेश )********************************************** कुछ लिफाफे लेकर डाकिया मेरे घर के गेट पर आता है,बेल बजी तो दस्तक, डाकिया बाबू डाक डाल जाता है…। मेरी निगाहें इन चंद लिफाफों पर जैसे पड़ी, दिल कहता है,धक-धक दिल की धड़कन भी,अजीब हलचल करता है…। जैसे ही पहला लिफाफा खुला मैसेज बहुत अच्छा लगा है,भीतर जब अंत … Read more

गुफ्तगू करता बादल से

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** १५ अगस्त विशेष… गुफ्तगू है करता बादल से,खुद पर करता है अभिमानगर्व से तिरंगा फूला न समाता,करता वीरों का वो गुणगान। लहराता हूँ नील गगन में,हिन्द का हूँ मैं गौरव, शानबीती गाथा याद दिलाता, जोकर गए खुशी से शीश कुर्बान। कितना पावन था उनका मन,किया तन-मन-धन समर्पणलहू उनका जो रंग लाया,मेरा मन … Read more

ज़श्न मनाएँ

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* १५ अगस्त विशेष… आजादी का जश्न मनाएँ बलिदानों की गाथा गाएँ,राष्ट्र पहले हमेशा पहले राष्ट्र धर्म पथ हम बढ़ जाएँगुंजित हो चहुँ दिशा देश जय, वन्दे भारत जन-जन गाएँ,अरुणोदय स्वाधीन वतन का मधु अमृत समरसता लाएँ। त्याग तपस्या संघर्षक पथ शोषित शोषण भी मुस्काए,अनाचार और कदाचार रत मीसा कारा … Read more

तलाशने होंगे स्वतंत्रता के अर्थ

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* १५ अगस्त विशेष… जब गुलामी की जंजीरों में जकड़ा अपना था वतन,चहुँओर अत्याचारों के सिलसिले थे उजड़ा-उजड़ा था चमनअपनी ही प्रजा का दमन था छीन चुका था सबका चैन-अमन,हवालदिल थी भारत माता परतंत्र का सिर चढ़कर था दमन। वीर मंगल पांडे की शहादत से क्रांति का चल पड़ा था सिलसिला,सुलग रही … Read more