संकट आया
डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* मिलकर किया विचार, संकट आया राष्ट्र पर।किया वार पर वार, छक्के छूटे शत्रु के॥ फैलाना है काम, दुनिया में आतंक को।मिला दुखद परिणाम, घाव दिया ऐसा उसे॥ दुश्मन है चालाक, रहना अभी सतर्क है।करे काम नापाक, संकट का करता सृजन॥ संकट ये घनघोर, मातृ भूमि पर आ गया।दिखा दिया है … Read more