भरोसा

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** हिला लो हाथ,पाँवों को,किनारे आ गये समझो,भरोसा हो गया निज पर,सहारे आ गये समझो।सदा मन में भरा हो जब,उछाहों का सरोवर ही-निपातों में बहारों के,नजारे आ गये समझो॥ परिचय-डॉ.विद्यासागर कापड़ी का सहित्यिक उपमान-सागर है। जन्म तारीख २४ अप्रैल १९६६ और जन्म स्थान-ग्राम सतगढ़ है। वर्तमान और स्थाई पता-जिला पिथौरागढ़ है। हिन्दी और … Read more

दोस्ती से ही हर खुशी

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* दोस्त है जिंदगी में तो आँख नम नहीं है,दोस्त साथ तो हर खुशी,कोई गम नहीं है।बारिश में भी जान लेते आँख के आँसू-यह वो पूँजी,जो किसी से कहीं कम नहीं है॥ एक सच्चा दोस्त सौ रिश्तों समान है,मुसीबत में मानो दोस्त,कोई भगवान है।मित्रता तो मानो कोई,वरदान हो ईश्वर का-दोस्त ही काम आता,होता … Read more

मेरा भारत महान

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* नभ, थल,जल,शत्रु अब हर जगह तुझे ललकार है,अंतरिक्ष में भी मार करने को मिसाइल अब तैयार है।कारगिल युद्ध विजय के बाद भारत बन गया महाशक्ति-अब करना हमको शत्रु का,हर वार बेकार है॥ सक्षम,अद्भुत,अजेय,अखंड भारत महान चाहिये,विश्व पटल पर गूँजता अब अपने राष्ट्र का नाम चाहिये।यश सुकीर्ति की पताका लहराये चँहुओर इसकी-कारगिल युद्ध … Read more

काजल

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)*************************************** सुंदरता की चाह में,काजल आँजे नैन।हिरनी जैसी देखती,कुछ नहिँ बोले बैन॥कुछ नहिँ बोले बैन,आँख से सब कुछ कहती।दिल में हरदम प्यार,सजाकर वो ही रहती॥कहे ‘विनायक राज’,देख मन मेरा भरता।नारी रूप निहार,लगे कितनी सुंदरता॥

बढ़ता हिंदुस्तान लिखूँ

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* हिन्द देश का गौरव गान लिखूँ,या ये अतुल्य भारत महान लिखूँ।अनुपम उदाहरण है मेरा यह देश-कितनी इसकी आन-शान लिखूँ॥ योग मुद्रा ज्ञान ध्यान लिखूँ,अनगिनत भाषा परिधान लिखूँ।विविधता में एकता मंत्र देश का-सोने की चिड़िया हिंदुस्तान लिखूँ॥ गीता रामायण तुलसी रसखान लिखूँ,विश्व गुरु भारत की पहचान लिखूँ।लिखूँ क्रिकेट विश्वविजेता की कहानी-हॉकी जादूगर ध्यानचंद … Read more

जिंदगी का सलीका

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** जले लफ्ज़ फिर से गये जाग कैसे,दबे तह कुरेदा दिले दाग कैसे ?बुझा कर मजे से जिये जा रहे थे-धुँआ है भभकता लगे आग कैसे ?? उसे जिंदगी का सलीका न आया,बहुत मिन्नतें की,तरीका न आया।बने जिंदगी पढ़ के कातिब-ए-आला-करे क्या उसे पर वजीफ़ा न आया॥ कलमकार है वो तो दिल की लिखेगा,सदा … Read more

करूँ नित्य आराधना

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)***************************************** सत्य की मैं करूँ,नित्य आराधना,प्रेम का स्तवन,ज्ञान की साधना।भाव का प्रस्फुटन दिल में होता रहे-शारदे आपसे बस यही अर्चना॥ तुम्हारे स्नेह की मंदाकिनी में आचमन करके,हुआ पावन हमारा मन तुम्हारा स्तवन करके।हुए हैं प्रस्फुटित अतःकरण में भाव जो निर्मल-उन्हें ही गूँथता ‘शिव’ शब्द में तुमको नमन करके॥ परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक … Read more

शिक्षक ही पथ प्रदर्शक

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* गुरु पूर्णिमा विशेष………. शिक्षक हमें पढ़ाता और शिक्षक ही संवारता है,शिक्षक ही तो उचित ज्ञान हम पर वारता है।हमें देता है वह एक सही दिशा और सम्मति-जीवन नव निर्माण लिये शिक्षक ही सुधारता है॥ माता-पिता और गुरु हमारे जीवन के निर्माता हैं,जान लीजिये-यही तीनों ही हमारे भाग्य विधाता हैं।माँ तो होती है … Read more

तेरे मीठे बोल ही याद आएंगें

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* चार दिन की जिन्दगी फिर अंधेरा पाख है,फिर खत्म कहानी और बचेगा धुंआ राख है।अच्छे कर्मों से ही यादों में रहता है आदमी-तेरे अच्छे बोल व्यवहार से ही बनती साख है॥ कब किससे कैसे बोलना,यह मानना बहुत जरूरी है,इस बुद्धि-कौशल कला को,जानना बहुत जरूरी है।शब्द तीर हैं कमान हैं,देते हैं घाव गहरा … Read more

इक दफा देखिए

डाॅ. पूनम अरोराऊधम सिंह नगर(उत्तराखण्ड)************************************* इक दफा पलकें उठा के मुझको देखिए,इक दफा पलकें गिरा के मुझको देखिए।इन आँखों में मेरी कौन है तुम्हारे सिवा-इक दफा नज़रें मिला के मुझको देखिए॥ परिचय–उत्तराखण्ड के जिले ऊधम सिंह नगर में डॉ. पूनम अरोरा स्थाई रुप से बसी हुई हैं। इनका जन्म २२ अगस्त १९६७ को रुद्रपुर (ऊधम … Read more