आत्मा की तृप्ति

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ वहाँ प्रभाव का आधार है,धर्म की स्थापना का सार हैजीवन स्पी मझधार में किनारा वही है,गीता आत्मा की तृप्ति का मार्ग है। धर्म के संस्कारों में,गीता के ज्ञान का महत्व हैवह हम सभी के लिए,आत्मा की तृप्ति का मार्ग है। समय का आयम है,कर्म का अटूट फल हैगीता सिर्फ ग्रंथ … Read more

मन मदमस्त

बबिता कुमावतसीकर (राजस्थान)***************************************** मन मस्ती में, भीगी हँसी छलकी  मस्ती धड़की। धूप चादर, फैला चंचल पल   मन बाहर। ठंडी पवन, खलबली-सी भरे खुशी की लय। तालों की गूँज, नटखट थिरके  मन की साँस। बादल घेरे, पाँवों में परछाई  हर्ष के डेरे। चाय की भाप, दोस्तों संग खिली है मस्ती के पल। हँसी की धुनें, पवन … Read more

तन्हाई के साये

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** वो मुझे तन्हा कर गयी,मुझे छोड़कर किसीऔर पर,फिदा हो गयी। तन्हाई मुझे बहुत,सताती हैहर वक्त उसकी,याद आती है पता नहीं क्या कमी,थी मेरे प्यार मेंजो मुझे तन्हा छोड़,गयी इस संसार में। अब तो मैंने तन्हाई को,अपना दोस्त बनाया हैजुदाई के घाव पर,यह मरहम लगाया है। वक्त नहीं कटता,तन्हाई मेंबड़े … Read more

लोकतंत्र अभिमत वतन

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* ‘संविधान पावन दिवस’, पुन: मनाएँ आज।हो विकसित भारत वतन, महाशक्ति जग ताज॥ देशभक्ति जन मन बसे, सैन्य विजय हो आश।देशद्रोह आतंक का, हो सकता है नाश॥ संविधान कसता नियम, नीति-रीति आचार।समता आजादी वचन, धर्म न्याय अधिकार॥ देश प्रगति बढ़ते कदम, पड़ी निगाहें लोक।युवाशक्ति भारत सबल, दे विकास आलोक॥ दीन-हीन … Read more

पूरा है विश्वास

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** मन में है विश्वास कभी दिन बहुरेंगे अपने,शायद वह दिन आए, जब सच्चे होंगे सपने। सबके सपने पूरे करते-करते, जीवन बीत गया है,मेरे भी कुछ सपने होंगे, हर कोई इसको भूल गया है। जब बच्चे छोटे थे, उनके नखरे खूब उठाती थी,उनकी खुशियाँ मेरी खुशी थी, खुशी-खुशी सब करती थी। अब सब … Read more

आगे बढ़ो नारी

कुमारी ऋतंभरामुजफ्फरपुर (बिहार)************************************************ अब छोड़ दो समाज की पुरानी नीतियाँ,भुला दो सारी पुरानी कहानियाँअब खत्म करो पुरानी रीतियाँ,अब है चुनौतियाँ, पुरानी कुरीतियाँअब तुम बस अपने राष्ट्र के लिए श्रृंगार करो,आगे बढ़ो नारी, आगे बढ़ोतुम सदैव आगे बढ़ो। छोड़ दो अश्रु धारा को,टूटो नहीं तुम दिल सेअपने मन के सारे दुःख दर्द को दूर करो,हिम्मत से … Read more

प्रेम से भरा हमसफ़र हो

कल्याण सिंह राजपूत ‘केसर’देवास (मध्यप्रदेश)******************************************************* ज़िंदगी की हर शाम सकून से भरी झील-सी हो,निश्छल प्रेम से भरा सागर सा, हमसफ़र हो। छल कपट रहित,त्याग,समर्पण से पूर्ण, सच्चा हमसफ़र हो,मस्ती भरी आनंदित और प्रसन्नता देने वाली हर शाम उसी के नाम हो। परिवार का साथ हो, सबमें विश्वास हो,बस यही ज़िंदगी का आधार हो। जो साथ … Read more

हवा चली, मगर

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** ये हवा चली,मगर उसे देखा किसी ने नहींपत्तियों ने किए इशारे,फूलों ने बिखेरी सुगंध। हवा के भी तेवर होते हैं,आँधी और बवंडर की सेना लेकरजग को हरा जाती,उजाड़ देती घरों और पेड़ों कोकिंतु कभी प्रेम को निखार देती। जब चलती ठंडी हवा,गोरी का घूँघट हटा देती चेहरे सेसुखा देती श्रम के … Read more

एक-दूजे के लिए ही जीना

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** मुस्कानों के फूल खिला करनगरी एक बसाई तुमने,घर-आँगन में बजी बधाईलिख ली एक कहानी तुमने। बनी नायिका महि पग रखतीनेह-सुधा रस गान किया,बजती पायल की रुनझुन नेजीवन को सुर-ताल दिया। प्रेम का बिरवा हृदय लगायाअतुल प्रेम-धन खूब लुटाया,सच मानों तो साझा जीवनप्रेम विहीन न किसी को भाया। सदा समर्पण प्रेम में करना,एक-दूजे … Read more

खो गया सितारा

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* खो गया सितारा, अभिनय का खो गई महक बस यादों में,खो गया तरन्नुम मजलिस का खोया चरित्र अफ़सानों में। जो गाँव की माटी में लिपटा जो अरमान बीच बहती धारा,था कालजयी अभिनेता वह ‘ही- मैन’ धरम मस्तानों में। खो गया सहज अति सौम्य प्रकृति,व्यक्तित्व अनोखा दुनिया में,दमदार सफलता अदा … Read more