जीवन में आध्यात्म का महत्व

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’ बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़)******************************************************************** “ॐ संगच्छध्वं संवदध्वंसं वो मनांसि जानतादेवा भागं यथा पूर्वेसञ्जानाना उपासते॥”आध्यात्म का शाब्दिक अर्थ है-अंतर्मन हो जाना। अर्थात,अपनी आत्मा की आवाज है।जीवन में आध्यात्म का बड़ा ही महत्व है।आध्यात्म एवं योग दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। योग साधनाओं में यम,नियम,आसन,प्राणायाम,प्रत्याहार,धारणा,ध्यान,समाधि,बंध एवं मुद्रा सत्कर्म युक्त आहार मंत्र जप युक्त कर्म आदि साधनाओं से … Read more

माँ ही ज्ञानी

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** ज्ञानी निर्मल बोलते,उनका है गुणगान।कठिन राह भी सरल हो,ऐसा देते ज्ञान।ऐसा देते-ज्ञान निरन्तर,पथ दिखलाएँ।गिरते पथ पर,मानुष को वे,राह बताएँ।आशा कहती,कभी न होवें,हम अभिमानी।धारण कर लें,सहज वचन जो,बोलें ज्ञानी। ज्ञानी गंगा है कहे,जिसको जग संसार।माँ की ममता नेक है,नेक हृदय का सार।नेक हृदय का-सार ज्ञान वो,प्रथम सिखाती।देती शिक्षा,सही गलत की,राह बताती।‘आशा’ कहती,इस … Read more