साहस रखना है यारों

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** निशा के पार तो देखो,उषा का गान भी तो है,पराजय लाख हों लेकिन,विजय का भान भी तो है।अरे हम क्यूँ भरें यारों,नयन के ताल आँसू से-चुभन है…

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मील का पत्थर,मंजिल नहीं

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** कोई शास्त्र सत्य नहीं है,पत्थर मील भी असत्य नहीं हैशास्त्र कहूं या पत्थर मील का-रखा सर जो,तो भ्रम वहीं है। शास्त्र,पत्थर एक कहीं है,इशारा उनका,ठहराव नहीं हैबढ़ो…

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सद्गुरु ही परमब्रह्म

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ रचना शिल्प:गगनांगना छंद पर आधारित श्री सद्गुरु ही परमब्रह्म है,गुरु भगवान है।गुरु की कृपादृष्टि से मिलता,जग सम्मान है॥ बिन गुरु के सद्ज्ञान न मिलता,जग पहचान है।श्रीगुरु…

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चाँद-चाँदनी मिलन निशा

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************* चाँद-चाँदनी आज साथ में,गलहर प्रिय करने उद्यत है।इठलाती चन्दा बाँहों में,रजनीश प्रिया आज मुदित है। तारक नक्षत्र परिधान जड़ित,चन्द्रप्रिया षोडशी सजी है।प्रिया लजाती निशाचन्द्र…

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हमारे बुजुर्ग दुआओं की सौगात

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* क्षमा दुआ अनुभव और आस,है बुजुर्गों के पास,बहुत ही जिम्मेदारी अहसास,है बुजुर्गों के पास।छोटे-बड़ों का ध्यान और करें, घर की रखवाली भी-संस्कृति,संस्कारों का वास है,बुजुर्गों के पास॥…

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क्या फूल और क्या अंगार

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) ************************************** ली चुनौती जब सागर से तो,क्या लहरें और क्या मझधारमरना ही है सत्य जग में तो,क्या फूल और क्या अंगार। चल ही दिए जब हैं समर में,तो…

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कोहरा

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* अनेक रूपों में दिखेछाए है कोहरा,शीत ऋतु दिखाएमौसम का है कोहरा,कोहरा होय धुंध नभ तकपथ पर या जीवन पर,आभास का दामन पकड़बढे़ चले पथ राही,सूझता…

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ब्रह्माण्ड के प्रथम विवेकशील यशस्वी पत्रकार देवर्षि नारद

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** जयंती... हम जब भी वीणा की धुन के साथ 'नारायण- नारायण' सुनते हैं तब अनायास ही श्रीहरि प्रभु विष्णु के अनन्य भक्त,सृष्टि के प्रथम यशस्वी पत्रकार,संगीतकारों…

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फूल-सा बच्चा

डाॅ. पूनम अरोराऊधम सिंह नगर(उत्तराखण्ड)************************************* तन पर नहीं वस्त्र,सर पर नहीं छतनिर्भाव तटस्थ मन,निर्भार-सा तन।हाथों में थमे पुष्प,इत्र फैलाएँ सर्वत्रहरियावाल के मध्य,फिर भी शुष्क लब।भावी चिन्तन,खोखले शब्दऊँघता गगन,सोए स्वप्न।मासूम बचपन,तोड़ता…

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‘अत्त दीपो भवः’

नमिता घोषबिलासपुर (छत्तीसगढ़)**************************************** गौतम बुद्ध देव आज भी प्रासंगिक है। गौतम बुद्ध देव को 'लाइट ऑफ एशिया' के नाम से पुकारने का सबसे महत्वपूर्ण कारण है उनके विचार,उनकी शिक्षाएं। वे…

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