श्रृंगार गीत का होता है

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** कंचन जैसे शब्दों का जब,सुख संयोजन होता है, मंगल भाव भरे हों जिसमें पुण्य प्रयोजन होता है। अंतस का नेह अगर हमको,नयनों में दिख जाए…

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पत्र को हस्ताक्षर-पते सहित प्रधानमंत्री को भेजने का अनुरोध

मुम्बई। भारत को इंडिया की अपेक्षा भारत नाम से ही पुकारे जाने के अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री को पत्र लिखने का बीड़ा उठाया गया है। खुद के हस्ताक्षर-पते सहित प्रधानमंत्री…

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पिंजड़ा

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** पिंजड़ा स्वर्ण जड़ित दीवारों का बना खूब सजा खूब बड़ा। सोने की कटोरी, मदे की भरी। अफ़सोस हाय! सब फीकी लगे। चाहत है परिन्दे की, नील-गगन…

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‘बिहार विहान’ कार्यक्रम में उपस्थित होंगे साहित्यकार डॉ.शलभ

रक्सौल(बिहार)। २५ मार्च सोमवार को दूरदर्शन बिहार(डीडी बिहार) के 'बिहार विहान' कार्यक्रम में शिक्षाविद् एवं समाजसेवी डॉ. स्वयंभू शलभ अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे। यह कार्यक्रम दूरदर्शन से सुबह…

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गांधी जी के जीवन पर डाॅ.जोशी ने रचा महाकाव्य ‘महात्मायन’

उज्जैन(मध्यप्रदेश)। महात्मा गांधी के १५० वें जन्मशती वर्ष में उज्जैन के लेखक-सम्पादक शिक्षाविद् डाॅ. देवेन्द्र जोशी ने गांधी जी के समग्र व्यक्तित्व पर 'महात्मायन' शीर्षक से महाकाव्य की रचना की…

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भारत का चौकीदार

विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** मैं हूँ भारत का चौकीदार दिन-रात रहता हूँ पहरेदार, घुसपैठ नहीं होने दूँगा दुश्मन को मैं ठोक दूँगा। परिंदों को पंख काटकर आकाश में मैं छोड़…

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श्रद्धांजलि

बिनोद कुमार महतो ‘हंसौड़ा’ दरभंगा(बिहार) ********************************************************************* फाँसी पर हँसकर चढ़े,भगत सुखदेव राज। तीनों ने ऊँचा किया,भारत माँ का ताज। भारत माँ का ताज,वतन पर प्रण थे धारे। जाओ अपना देश,नहीं…

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कुछ रँग जांबाजों के संग

हेमा श्रीवास्तव ‘हेमाश्री’ प्रयाग(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* कई रंगों से सराबोर होकर हमने होली बड़े उत्साह और उमंग के साथ अपने अपनों के साथ मिलकर मनाई। इस उमंग और उल्लास, हर्ष के…

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मुलाकात

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** ख्वाबों ख्वाहिशों आरजू की मुलाक़ात, खामोश जुबां उम्मीद की कशमकश का लम्हा। तकदीर की कशिश, लफ़्ज़ों अन्दाज़ की बात॥ सवाल-जवाब इजहार अरमान की तल्खी,…

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मातृभूमि के लाल

कैलाश भावसार  बड़ौद (मध्यप्रदेश) ************************************************* अपने रक्त से तिलक लगाया, भारत माँ के भाल पर जितना गर्व करें उतना कम, मातृभूमि के लाल पर। उऋण कभी ना हो पायेंगे, क्रान्ति…

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