हम बचाएंगे बेटों को…
दीपेश पालीवाल ‘गूगल’ उदयपुर (राजस्थान) ************************************************** हम उस देश के निवासी है जहां बेटी को लक्ष्मी कहाँ जाता है,घर-घर बेटी को पूजा जाता है,बेटी को दुर्गा काली का अवतार माना…
दीपेश पालीवाल ‘गूगल’ उदयपुर (राजस्थान) ************************************************** हम उस देश के निवासी है जहां बेटी को लक्ष्मी कहाँ जाता है,घर-घर बेटी को पूजा जाता है,बेटी को दुर्गा काली का अवतार माना…
उदयपुर(राजस्थान) | मधुशाला साहित्यिक परिवार द्वारा रंगोत्सव के उपलक्ष में अखिल भारतीय ऑनलाइन कवि सम्मेलन आयोजित किया गया,जिसमें भारतवर्ष के कवि-कवयित्री सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में जयपुर से रिखबचन्द राँका 'कल्पेश'…
भानु शर्मा ‘रंज’ धौलपुर(राजस्थान) ***************************************************************** प्रीत की सुधा सबको चाहिए मगर, ग़म का विष कोई पीना नहीं चाहता। इश्क में डूबने की बात करते बहुत, कोई तूफां से लड़ना नहीं…
डाॅ.आशा सिंह सिकरवार अहमदाबाद (गुजरात ) **************************************************************** पेड़ पुकारते हैं, जब रात में सो रहे होते हैं पेड़ धूप और चिड़िया के स्वप्न में डूबे होते हैं, वे आरियाँ चलाते…
संजय गुप्ता ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) ********************************************************************* शायद यह सही कहा है,किसी गरीब के दिल ने यंहा मौत मंहगी है और जिंदगी सस्ती होती है, गगनचुंबी आलीशान,अट्टालिकायें खड़ी है जहां उनके पीछे…
रामप्रसाद राजभर केरल ************************************************************* 'गणित का पंडित' युवा कहानीकार विक्रम सिंह का प्रकाशित नया कहानी संग्रह है। इस संग्रह में उनकी चर्चित कहानियों में से १४ को चयनित किया गया…
मनोरमा चन्द्रा रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************** होली पर्व रंग संग, मना लेवें भीगे तन, हर मन खुशी छायी, उत्सव मनाइये। मिल-जुल सब संग, उमंगित हो मगन, अवगुण का समन, सभी कर जाइये।…
मनीषा मेवाड़ा ‘मनीषा मानस’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) **************************************************************** नहीं किसी बाग की शोभा, नहीं कोई माली मेरा। निर्जन वन में पड़ा अकेला, 'मैं पतझड़ का फूल' विरह अग्नि पल-पल जलता, फिर भी…
देवेन्द्र कुमार शर्मा 'युगप्रीत' अजमेर(राजस्थान) ************************************************************************ सवाल कैसा भी हो,हल हो ही जाता है, तू है ना तो सब हो ही जाता है। इतना भी नही अदीब मैं,कि सब जान…
शरद जोशी 'शलभ' धार (मध्यप्रदेश) **************************************************************************** देश की खा़तिर जिएँ हम,देश की ख़ातिर मरें, देश का गौरव बढे़ सब,काम हम ऐसे करें। आपसी मतभेद सारे,जो भी हैं हम भूल जाएँ,…