…यादें और केवल यादें
डॉ.एम.एल.गुप्ता ‘आदित्य’ मुम्बई (महाराष्ट्र) ********************************************************** होलिका दहन का वह दिन,मैं घर पर ही था। चिकित्सक तो पहले ही जवाब दे चुके थे। बात केवल इतनी बची थी कि कितने दिन…
डॉ.एम.एल.गुप्ता ‘आदित्य’ मुम्बई (महाराष्ट्र) ********************************************************** होलिका दहन का वह दिन,मैं घर पर ही था। चिकित्सक तो पहले ही जवाब दे चुके थे। बात केवल इतनी बची थी कि कितने दिन…
झाबुआ(म.प्र.)। भारत की प्रथम शिक्षिका वंदनीय सावित्रीबाई फुले के स्मृति दिवस पर झाबुआ में अखिल भारतीय मातृशक्ति सम्मान समारोह किया गया। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना एवं झाबुआ की साहित्यिक-समाजसेवी संस्थाओं के…
शिवांकित तिवारी’शिवा’ जबलपुर (मध्यप्रदेश) ******************************************************************** तेरी उस अदा का हूँ मैं आज भी दीवाना, भूल नहीं सकता तेरा वो खूबसूरत मुस्कुराना। हाँ सच में बस तुझे ही निहारना था मेरा…
प्रदीपमणि तिवारी ध्रुव भोपाली भोपाल(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** (रचना शिल्प:बह्र/अर्कान-२१२२×३-२१२-फाइलातुन×३-फाउलुन) हुस्न उनका चाँद से ज्यादा नशेमन हो गया। दिल हमारा याद में उनके उन्हीं पे खो गया। जब नज़र उन पे गई तोआशिकाना…
इदरीस खत्री इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************* निर्देशक अनुराग सिंह की इस फिल्म(केसरी-बेटल ऑफ सारागढ़ी) में अदाकार अक्षय कुमार,परिणिती चोपड़ा,गोविंद नामदेव,राजपाल,वंश भारद्वाज,मीर सरवर हैं। शुरूआत फ़िल्म के गाने से ही हो सकती है-…
रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’ दिल्ली(भारत) ************************************************************ आने वाले कुछ साल में, मिलेंगे ऐसे हाल में। हर कोई बदहाल में, तरसेंगे बोलचाल में। ढूँढते रह जाओगे...ll माँ को तरसेंगी माॅम,…
तारकेश कुमार ओझा खड़गपुर(प. बंगाल ) ********************************************************** कद्दावर नेता के निधन की सूचना ऐसे समय आई,जब समूचा देश चुनावी तपिश में तप रहा था। काल कवलित नेता के जीवन-परिचय और…
बृजेश पाण्डेय ‘विभात’ रीवा(मध्यप्रदेश) ****************************************************************** उड़े हो रंग अबीर गुलाल। युवा शिशु करते वृद्ध धमालll होलिका है पावन त्यौहार। लाल भाभी के गोरे गाल। बरस रंगों की रही फुहार। भीगती…
सलिल सरोज नौलागढ़ (बिहार) ******************************************************************** कोई क़यामत न कोई करीना याद आता है। जब दुपट्टे से तेरा मुँह छिपाना याद आता है। एक लिहाफ में सिमटी न जाने कितनी रातें,…
मालती मिश्रा ‘मयंती’ दिल्ली ******************************************************************** हवाओं की नरमी जब मन को गुदगुदाने लगे नई-नई कोपलें जब डालियाँ सजाने लगें, खुशनुमा माहौल लगे,मन में उठें तरंग तब समझो फागुन आया,लेकर खुशियों…