महाकवि चंद्रवरदायी सम्मान मिला श्रीकांत शर्मा को

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अजमेर (राजस्थान)। सांस्कृतिक संस्था सप्तक की ओर से इस वर्ष ११वां महाकवि चंद्रवरदायी सम्मान देश के प्रसिद्ध वीर रस कवि और गीतकार श्रीकांत शर्मा को दिया गया। उन्हें २१ हजार ₹, स्मृति चिन्ह और श्रीफल भेंट किया गया। यह आयोजन शाम को माल रोड स्थित अजमेर जिला गौड़ ब्राह्मण सभा भवन में हुआ। समारोह में … Read more

विद्या जीवन रोशनी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सब दानों में श्रेष्ठतम, विद्यादान महान।संचय से वह नित घटे, बढ़ता व्यय नित दान॥ मातु पिता भाई समा, मीत प्रीत निर्बाध।विद्या जीवन अरुणिमा, महिमा ज्ञान अगाध॥ आत्मज्ञान वर्धन विनत, नाशक मद अज्ञान।रखें भरोसा स्वयं पर, मिले सफलता मान॥ विद्या अर्जन लालसा, कठिन साधना जान।सकल त्याग सुख भौतिकी, नित अभ्यासी … Read more

प्रथम विजेता बने डॉ. विद्या पटेल ‘सौम्य’ व ललित गर्ग

इंदौर (मप्र)। हिन्दी की प्रतिष्ठा में यथासंभव बढ़ोतरी और सहयोग की दिशा में इस बार हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा ‘दीप जलें, मन महके’ विषय पर १०२वीं स्पर्धा कराई गई। इसमें पद्य में प्रथम विजेता बनने का अवसर डॉ. विद्या पटेल ‘सौम्य’ (प्रयागराज, उप्र) को मिला है, तो गद्य में ललित गर्ग (दिल्ली) सफल रहे … Read more

जनता के कथाकार ‘प्रेमचंद’

कमलेकर नागेश्वर राव ‘कमल’,हैदराबाद (तेलंगाना)*************************************************** ◾सारांश-प्रेमचंद जी की उपन्यास एक से अधिक उनकी कहानियों में सामयिकता के अनेक चित्र भरे पड़े हैं। दहेज प्रथा और अनमेल विवाह के सजीव चित्रण ‘निर्मला’ उपन्यास और ‘कुसुम’, ‘उद्धार’ आदि कहानियों के माध्यम से विश्व के सम्मुख आए हैं।प्रेमचंद जी किसानों को शोषण और दमन से बचाना चाहते थे। … Read more

‘चंदन’ की पुस्तकें ‘स्वर संग्राम’, ‘हिंदी हैं हम’ व ‘महाकुंभ’ विमोचित

धनबाद (झारखण्ड)। धनबाद स्थित विस्थापित कॉलोनी न्यू झरिया बेलगड़िया में राजा शिव प्रसाद महाविद्यालय में धनबाद के लोकप्रिय साहित्यकार आचार्य संजय सिंह ‘चंदन’ द्वारा रचित काव्य संग्रह ‘स्वर संग्राम’ (साझा काव्य), संग्रह ‘हिंदी हैं हम’ एवं ‘महाकुंभ’ का विमोचन विद्वान मनीषी व महाविद्यालय (न्यू झरिया बेलगड़िया) के प्राचार्य प्रो. डॉ. निलेश कुमार सिंह ने किया।इस … Read more

जागो

बबीता प्रजापति झाँसी (उत्तरप्रदेश)****************************************** जाग गए हैंसूर्य नारायण,तुम क्यों अब तक सोते हो ?खिल उठे कमल सरोवरसमय सलोना क्यों खोते हो…? कमलों पर यूँबिखर रजत कण,रश्मियों सँगहोते जगमग,चिड़िया चहक उठी पेड़ों परक्या तुम अनोखे हो…। उठा के हल,कृषक चलेमरुभूमि भी उपजाऊ बने।धन्य हो कृषक तुम,धरा में श्रम के मोती बोते हो…॥

आओ कर लें नमन

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* सूर्य का ऊर्जावान प्रकाश,हमेशा हमारे साथ हैचाँद की रुपहली चमक,रात भर उज्ज्वल है। सितारे आसमान पर,झिलमिलाते हैं धीमे-धीमेधरती माँ ने दिया है देखो,अपना ममता भरा आँचल। नीले गगन के नीचे परिंदों की तरह,खुली साँस ले सकते हैं हमनदियाँ दें जीवनदायिनी जल,ऊँचे पर्वत रक्षक हैं सीमा पर। वृक्ष दें हमें ताजी पवन,अनाज, … Read more

पुस्तक ‘बालतरंग’ और ‘मौन की गूंज’ विमोचित

भोपाल (मप्र)। १९ नवम्बर की शाम को भोपाल शहर एक मनभावन कार्यक्रम का साक्षी रहा, ज़ब श्रीमती शैफालिका श्रीवास्तव एवं जीवन साथी हरि प्रकाश श्रीवास्तव की पुस्तकों का विमोचन हुआ। मुख्य अतिथि बाल साहित्य शोध केंद्र के निदेशक महेश सक्सेना ने यह किया और हरिप्रकाश श्रीवास्तव को निखालिस प्रकाश के साथी बताया।दुष्यंत संग्रहालय का सभागृह … Read more

लक्ष्मीबाई थीं वीरों की वीर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* लक्ष्मीबाई नाम था, वीरों की थी वीर।राज्यहरण उसका हुआ, तो चमकी शमशीर॥ ब्रिटिश हुक़ूमत से भिड़ी, रक्षित करने राज।नमन आज तो कर रहा, देखो सकल समाज॥ शौर्यवान रानी प्रखर, जिसका मनु था नाम।उसके कारण ही बना, झाँसी पावनधाम॥ स्वाभिमान को धारकर, छेड़ दिया संग्राम।झाँसी दे सकती नहीं, हो कुछ भी अंज़ाम॥ … Read more

यही हकीकत

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* यही हकीकत ज़िंदगी, पौरुष हो जयगान।सामाजिक सेवा सुयश, सार्थक जीवन मान॥ आलस जीवन शत्रु है, राह बने प्रतिकूल।समझ हकीकत विफलता, आलस कर निर्मूल॥ लोकतंत्र तब हो सफल, शिक्षित हों जन देश।हो प्रबंध बिन भेद के, शिक्षा का परिवेश॥ रखो आस्था कर्म पर, बढ़ो सुपथ परमार्थ।कार्य तभी सम्पूर्ण हो, प्रगति … Read more