दिल तो बच्चा बन जाता है

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* उम्र चाहे जो भी हो,हर इंसान में एकबच्चा छुपा रहता है। जीवन भर रहकर गंभीर,कुछ पल के लिए ही सहीज़िंदादिल बन जाता है। कर्तव्यों के प्रति सचेत रहकर भी,बच्चों के साथ हँसता है, रोता हैखेल-खेल में उछलता कूदता है। पता है कि बचपन लौट करनहीं आएगा,प्यारे बच्चों के साथफिर से अपने … Read more

जीवन का आधार

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ जीत के लिए हमहार से नहीं डरें,गिरना-फिर संभलनायही जीवन का आधार है। रोना काहे का, आँसू मत बहानाहँसते हुए आगे बढ़ते जाना,जीवन में संघर्ष तो करना पड़ता हैयही जीवन का आधार है। डरने वाले क्या लड़ेंगे ज़माने से,यहाँ दुनिया वाले तो बहुत ज़ालिम हैजीने भी नहीं देंगे और ना मरने … Read more

चारों पीठ पर हुए निदेशक मनोनीत

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भोपाल (मप्र)। साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश के अंतर्गत ४ सृजन पीठ कार्यरत रहती हैं। प्रसन्नता है कि चारों पीठ पर निदेशकों का मनोनयन हो चुका है।अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने इसके लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का और संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी का हृदय से आभार व्यक्त किया है। इसके अंतर्गत … Read more

हेमंत स्मृति कविता सम्मान २०२५ रूबी मोहन्ती को

भोपाल (मप्र)। हेमंत स्मृति कविता सम्मान २०२५ रूबी मोहन्ती को दिया जाएगा।पुरस्कार जनवरी (२०२६) में भोपाल में आयोजित समारोह में दिया जाएगा।हेमंत स्मृति कविता सम्मान पुरस्कार की घोषणा करते हुए संस्था की संस्थापक अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि हेमंत फाउंडेशन तथा अंतरराष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच द्वारा आयोजित वर्ष २०२५ का हेमंत स्मृति कविता सम्मान … Read more

प्यारा बचपन

डॉ. गायत्री शर्मा ’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* बच्चे मन के सच्चे होते,भेदभाव में वह कच्चे होते। पल में ही वो रो देते हैं,अगले पल फिर हँस लेते हैं। भोला-भाला पावन होता,बचपन ये मनभावन होता।। रूठे तो माँ झूला देती,गुब्बारा एक फूला देती। हवाई जहाज व मोटर गाड़ी,नहीं दिए तो पकड़े साड़ी। बचपन सुंदर-सलोना होता,जगमग घर का … Read more

अलबेला मौसम आया

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** मौसम को मैंने इस समयबदलते पाया,वास्तव में अबअलबेला मौसम है आया। न पंखे की जरूरत हैन हीटर की जरूरत है,देखिए मौसमकितना खूबसूरत है। ऐसे अलबेले मौसम काअलग ही मजा है,मौसम खराब हो तोलगती सजा है। मौसम बदल रहा हैतुम मत बदल जाना,सात जन्म तकमेरा ही साथ निभाना। ये मौसम … Read more

‘ही मैन’

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ वह ‘जट यमला पगला दीवाना’,‘गुड्डी’ से मिला ‘चुपके-चुपके’‘आँखें’, ‘ललकार’, ‘बगावत’, ‘शोले’ नेबना दिया उन्हें ‘ही मैन।’ कभी बना वह ‘नौकर बीबी का’,‘राजपूत’, ‘रजिया सुल्तान’, ‘जानी दोस्त’‘अलीबाबा और चालीस चोर’ या ‘शालीमार’ ने,बना दिया उन्हें ‘ही मैन।’ ‘धरमवीर’ से ‘एक महल हो सपनों का,‘लोफर’, ‘यादों की बारात’ के ‘जूगनू’ लिए‘ब्लैकमेल’ कर … Read more

परिस्थितियाँ जीवन की

बबिता कुमावतसीकर (राजस्थान)***************************************** परिस्थितियाँ नदियों सी बहती,मौन विनय की दीक्षा देती है। अंधड़-सी जीवन में आती,सब आधार हिला देती है। कभी प्रचंड लहर बन जाती,तीव्र प्रवाह-सी आती है। नियति का वह सबक सिखा देती,कभी लहरें किनारे तक लाती है। कभी तूफानों में नाव डगमगाती,कभी दाहक प्रखर बन जाती है। समय का चलायमान स्वर बन जाती,कभी … Read more

सीमा सड़क संगठन द्वारा राष्ट्रपति के आदेशों का सतत उल्लंघन

प्रति, माननीय संयुक्त सचिव,राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय,भारत सरकार, नई दिल्ली-११०००१ विषय:-सीमा सड़क संगठन द्वारा राजभाषा अधिनियम १९६३, राजभाषा नियम १९७६ तथा राष्ट्रपति के आदेशों का सतत उल्लंघन। महोदय, सविनय निवेदन है, कि सीमा सड़क संगठन (रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत एक प्रमुख विभाग) द्वारा राजभाषा अधिनियम १९६३ की धारा ३(३), राजभाषा नियम १९७६ के नियम ५, … Read more

सब अभिनय

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* ये बात पते की है,कि जो दिखाई देता हैवो होता नहीं है और,जो होता है वो दिखाई नहीं देता है। चेहरे पर एक चेहरा,लगा लेते हैं लोगताकि असली चेहरा,सामने न आ जाए। कितनी आसानी से,सफेद झूठ बोल जाते हैंचेहरे पर एक शिकन तक,नहीं पड़ती है, न ही कोई शर्म। कौन कहता … Read more