घर-आँगन बुलाता है…

दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* होली या दिवाली हो,या हो राखी का त्योहारजब हो आहट त्योहारों की,घर-आँगन बुलाता है। दादाजी की नसीहतें,या दादी की मीठी बातेंमाँ के हाथों का खाना अब भी,मन में स्वाद जगाता है।घर-आँगन बुलाता है… कांक्रीट की दीवारों में,जब मिट्टी का सौंधापन याद आता हैशहर की चकाचौंध के बीच,जब गाँव का मेला याद आता … Read more

मन सुमन पुलकित

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** दीप जलें, मन महके (दीपावली विशेष)… मन सुमन पुलकित है धरा पर दीप का त्यौहार है,वन बाग उपवन वाटिकाशोभित नवल श्रृंगार है। उत्साह, प्यार, उमंग, वैभवसे सुशोभित द्वार है,जगमग धरा होती सकलआलोक का संसार है। सारा जगत है हर्ष में परकुछ के घर अंधकार है,बन दीप खुद कर दें उजालायह बात बस … Read more

शुरूआती लेखन की पाठशाला पत्र लेखन ही-डॉ. पद्मा सिंह

hindi-bhashaa

इंदौर (मप्र)। सहित्यक लेखन में लिखने वाला हर व्यक्ति कलमकार है। सामाजिक बुराईयों के प्रति नकारात्मक शक्ति को खत्म करने वाले पत्र लेखकों की ताकत देखकर बहुत प्रभावित हूँ। लेखन का एक बड़ा हिस्सा व शुरूआती लेखन की पाठशाला इससे ही पहचानी जाती है।यह बात मुख्य अतिथि हिंदी की लेखिका पद्मा सिंह ने अपने उद्बोधन … Read more

यशुमति लाला राधा बाला

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* उषाकाल अरुणिमा खिली नभ, बैठे धरा राधिका श्याम रे,कुसुमाकर कुसुमित चहुँ पर्वत, सतरंगी राधे श्याम रेमंगलमय मधुसूदन माधव, केशव मन मुकुन्द अविराम रे,कमला विमला पद्मा राधा, सर्व मंगलमयी सुखधाम रे। आदिशक्ति परमात्म आत्मना, राधा नटवर नागर श्याम रे,यशुमति लाला राधा बाला जय श्रीधर गोपाला नाम रेभव्य मनोहर माधव मधुरिम … Read more

‘देवभूमि रजतोत्सव’ हेतु प्रविष्टि २० नवम्बर तक, २ वर्ग में मौका

hindi-bhashaa

देहरादून (उत्तराखंड)। राजभाषा हिन्दी में साहित्य सृजन के प्रति युवाओं में अनुराग उत्पन्न करने के उद्‌देश्य से उत्तराखण्ड के युवा रचनाकारों (२ आयु वर्ग -प्रथम १८ से २५ एवं द्वितीय २८ से ३५) से हिन्दी में कहानी, कविता एवं यात्रा वृतात की मौलिक, अपुरस्कृत, अप्रकाशित, मानवीय सामाजिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक, पर्यावरणीय शैक्षिक आर्थिक और राष्ट्रीय संदर्भों … Read more

स्थापना दिवस पर हुआ अलंकरण समारोह

hindi-bhashaa

नई दिल्ली। हिंदी साहित्य प्रेरक संस्था के स्थापना दिवस पर अलंकरण समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी (निदेशक हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी) ने दीप प्रज्वलन से किया। समारोह में अनेक साहित्यकारों की उपस्थिति रही। इस समारोह में संस्था द्वारा कवि नरेंद्र कुमार बाबा को प्रतिष्ठित जियालाल स्मृति साहित्य रत्न सम्मान उनकी पुस्तक … Read more

सम्मेलन में बिखरी साहित्यिक सुरभि

hindi-bhashaa

ब्रजराज नगर (उप्र)। डीएवी पब्लिक स्कूल, ईब क्षेत्र ब्रजराज नगर में साहित्य की सुगंध से महका हुआ साहित्य सम्मेलन आयोजित किया गया। शुभारंभ स्कूल एस.ओ.सी.पी. हिलटॉप के प्राचार्य चिन्मय महापात्र ने दीप प्रज्ज्वलन एवं गान के साथ किया।विद्यालय के प्राचार्य सुशांत कुमार प्रधान ने स्वागत भाषण द्वारा सभी अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन किया। उन्होंने छात्रों … Read more

३० तक मौका है साहित्य गरिमा पुरस्कार हेतु

hindi-bhashaa

हैदराबाद (तेलंगाना)। हिन्दीतर प्रांतों के महिला लेखन को प्रोत्साहित करने के क्रम में इस वर्ष भी साहित्य गरिमा पुरस्कार- सम्मान के तहत २१ हजार धनराशि और प्रशस्ति-पत्र दिया जाना है। साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति (हैदराबाद) को इसके लिए प्रविष्टि भेजने की तारीख ३० नववम्बर है।संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अहिल्या मिश्र (९८४९७४२८०३) एवं उपाध्यक्ष प्रवीण प्रणव ने … Read more

‘प्रेरणा राष्ट्रभाषा गौरव सम्मान-२०२५ से पी. यादव ‘ओज’ सम्मानित

hindi-bhashaa

जबलपुर (मप्र)। जबलपुर (मप्र)। ऐतिहासिक लाल किला प्रांगण में आयोजित ‘हिंदी पखवाड़ा-२०२५’ के अवसर पर साहित्यकार पी. यादव ‘ओज’ को हिंदी भाषा, साहित्य और समाज कल्याण के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु ‘प्रेरणा राष्ट्रभाषा गौरव सम्मान-२०२५’ से सम्मानित किया गया है। सम्मान राष्ट्रीय प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा भारत द्वारा दिया गया। संस्था के संस्थापक संगम … Read more

तलाश है जीवन साथी की

कल्याण सिंह राजपूत ‘केसर’देवास (मध्यप्रदेश)******************************************************* बहार-ऐ-गुलिस्ता की खुशबू के लिए,पूरा चमन क्या, एक फूल ही काफी है। चाहे फूलों का हार न हो,कलियों-सी एक मुस्कान ही काफी है। ‘केसर’ कहाँ समुद्र मांगता है,प्यास बुझाने के लिए तो दो घूंट पानी ही काफी है। कौन मरते दम तक सच्चा साथ निभाता है,आनंद, सुकून और प्यार केसंग … Read more