जन हथियार ‘मतदान’

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* लोकतंत्र के यज्ञ में, मत का आहुति दान।मिलकर कर लो जन सभी, यही पुण्य अभियान॥ जनता का हथियार यह, पाते हैं अधिकार।हर एक मत का मूल्य है, बनती है सरकार॥ जनता चुनती है यहाँ, बहुमत से सरकार।जनता जिसको चाहती, वह पाता अधिकार॥ जनता का जन के लिए, होती है सरकार।जनता के … Read more

तोरण द्वारों से सजी अवध पुरी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* तोरण द्वारों का समां, दीप ज्योति त्यौहार।विजय पताका सत्य की, आलोकित संसार॥ मिटे पाप घनघोर तम, धर्म ज्योति चहुँ ओर।देख अयोध्या राम ने, तोरण द्वार विभोर॥ तोरण द्वारों से सजी, अवधपुरी चहुँ ओर।खड़े सैन्य दुहुँ ओर पथ, दर्शन राम हिलोर॥ लखनलाल मन मुदित लखि, चहुँ तोरण बहु द्वार।खल दल … Read more

आए चुनाव

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* आए अभी चुनाव हैं, करें सभी मतदान।ये सबका अधिकार है, मन में लो सब ठान॥ नेता घर-घर घूमते, करें चुनाव प्रचार।एक-एक मत के लिए, झोली रहे पसार॥ नेता सभी चुनाव में, लालच दे हर बार।पाँच साल गायब रहे, अब घूमे जन द्वार॥ सोच-समझकर ही करें, सब अपना मतदान।वरना पछताना पड़े, नहीं … Read more

साजन और चाँद

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* मेरा चंदा मम् सजन, जीवन का उजियार।देखूँ उसको रोज़ पर, नित्य बढ़ रहा प्यार॥ मेरा चंदा संग है, केवल मेरा चाँद।मिलना हुआ नसीब है, बाधाओं को फाँद॥ मेरा चंदा रूपमय, मेरे सिर पर ताज।मुझको उस पर है सदा, बेहद ही तो नाज़॥ मेरा चंदा बस मिरा, मुझ तक उसका नूर।हर पल … Read more

रीति-प्रीति अनुपम

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* करवा चौथ पर्व विशेष… रीति-प्रीति अनुपम प्रथा, करवा का उपवास।आज हुआ प्रियतम सफल, प्रिया प्रेम अहसास॥ शतंजीव सारोग्य हो, कीर्ति जगत प्रख्यात।सात जन्म का साजना, प्रीत मिलन सौगात॥ सज़ा थाल कुमकुम फलक, दीप जला ले हाथ।लाल वसन सज आभरण, नवयौवन का साथ॥ रचा हाथ में मेंहदी, बाजुबन्ध सज बाँह।माँग … Read more

खिले कुसुम यौवन

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* खिले कुसुम यौवन वयस, सजी रूप श्रंगार।मदमाती मधु यामिनी, मानो नशा बहार॥ आश्विन शारद शीतला, मन्द-मन्द मुस्कान।चली लजाती यौवना, देख प्रियम रसखान॥ सजन मिलन मदहोश मन, लुटे हृदय सुख चैन।भीगी सजनी विहरिणी, अविरत बरखा नैन॥ बहती शारद हवाएँ, तरसातीं मन प्रीत।सुध-बुध खोयी प्रिया, गाती विरही गीत॥ शारदीय नवरात्रि में, … Read more

सत्य की पावन विजय

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* है असत्य पर सत्य की, विजय दशहरा पर्व।पराभूत दुर्गुण हुआ, धर्म कर रहा गर्व॥ है असत्य पर सत्य की, विजय और जयगान।विजयादशमी पर्व का, होता नित सम्मान॥ जीवन मुस्काने लगा, मिटा सकल अभिशाप।है असत्य पर सत्य की, विजय दशहरा ताप॥ है असत्य पर सत्य की, विजय लिए संदेश।सदा दशहरा नम्रता, का … Read more

कूष्माण्डे दया कर

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* दुर्गा दुर्गम ज्ञानदा, महाशक्ति अवतार।कुष्मांडा माँ चतुर्थी, महिमा अपरंपार॥ दुर्गदैत्य दावालना, खल दल हर संसार।कृपासिंधु जगदम्बिके, क्षमा दया आगार॥ कुष्मांडा पद वन्दना, पूजन अर्चन शक्ति।महिषासुरमर्दिनि शुभे, दो भारत अनुरक्ति॥ गरिमा तेरी दुर्गमा, कठिन साधना ज्ञान।माँ कुष्मांडा वरदायिनी, रिद्धि-सिद्धि यश मान॥ अम्ब दयानिधि पदचरण, हियतल भक्ति अपार।भजो कूष्मांडा विजय, दया … Read more

मत बनना तू बेरहम

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* दुनिया कितनी बेरहम, दया-धर्म से दूर।मानवता ने खो दिया, अपना सारा नूर॥ जो होता है बेरहम, पशु के जैसा जान।ऐसे मानव को कभी, नहीं मिले सम्मान॥ नहीं बनो तुम बेरहम, रखो नेह का भाव।पर-उपकारी जीव में, होता करुणा-ताव॥ रखो प्रकृति औदार्य तुम, तभी बनेगी बात।रहम जहाँ है पल्लवित, वहाँ पले सौगात॥ … Read more

नवरूप

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* प्रथम रूप है अंब का, शैलसुता है नाम।सब जन मंगलकारिणी, रूप बड़ा अभिराम॥ ब्रह्मचारिणी मात है, दूजा दुर्गा रूप।चंद्रघंट है तीसरा, मस्तक चंद्र अनूप॥ कूष्मांडा है शक्ति का, तेजोमय दिव्यांश।नवदुर्गा में ही सदा, इस जग का सारांश॥ ये माता है स्कंद की, सबका है आधार।रूप षष्ठ कात्यायनी, सृष्टि लगाती पार॥ कालरात्रि … Read more