याद में हम-तुम
अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)***************************************** तुमसे मैं हूँ, मुझसे सिंदूर बिंदिया तेरी,याद में हर पल ही खनकती है चूड़ी तेरी। बस मोती नहीं, मंगलसूत्र है मान तेरा-मेरा,हाथों की दिलकश मेहंदी हे सुख सवेरा। हम, तुमसे जुड़े, सौभाग्य है जीवन का,तेरी मुस्कान पर सब अर्पित, तू मन-मंदिर जीवन का। हर साँस में आस-विश्वास-अहसास है अपना,हर सुख-दु:ख में … Read more