लिखो गौरवगाथा

डॉ. विद्या ‘सौम्य’प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)************************************************ यह देह अब…सौंदर्य का प्रतिमान नहीं,तिर्यक नयन, नसरीन बदनगजगामिनी, मनमोहनी, रूपसी,तू हृदय बसी…छोड़ो ये सब, उपमाएं हुई पुरानी,तुम हो आद्यंत तो…लिखो अल्फ़ाज़ नए जमाने,लिखो! वर्तमान की कर्मरत गाथागढ़ो नारी-सौंदर्य की नई परिभाषा,जो स्वत:…तराशती है आत्मा को, चेतना को,प्रखर करती है,अपनी बुद्धि कोप्रशस्त करती है,नए मार्ग…बंधन की बेड़ियों को तोड़ती,उन्मुक्त…परिंदे-सा नाप … Read more

हुआ दहन, किया था पाप गहन

डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* चोगा संत का पहन,किया पाप था गहन,हुआ अंत में दहन,करें सत्य का वरण॥ चलें धर्म की डगर,जय जीवन समर,कोई नहीं है अमर,रहें ईश की शरण॥ राम नाम है अटल,होता करम सफल,मिट जाएं सब खल,नौका जीवन तरण॥ करो दोषों का वमन,होवे पाप का शमन,सत्य पथ पे गमन,थामें राघव चरण॥ परिचय-पेशे से … Read more

स्वच्छता का सत्याग्रह

ममता साहूकांकेर (छत्तीसगढ़)************************************* गांधी जी का था एक सपना,स्वच्छ भारत, स्वच्छ देश हो अपना। आओ मिलकर इस सपने कोपूरा हम करें,उत्साह, उमंग और नया जोश,मन में हम भरें। स्वच्छता को अपनाएं,गंदगी को दूर भगाएं। देश का ऊँचा नाम करें,स्वच्छ भारत का निर्माण करें। कूड़ा डालें कूड़ेदान में,रखें स्वच्छता हमेशा ध्यान में। आओ एक कदम बढ़ाएं,स्वच्छता … Read more

जीवन ‘ऑल्ट टैब’

ऋचा गिरिदिल्ली *************************** दशहरा विशेष… आज दशहरा है,बहुधा ने अपने-अपने रावण कोछुपा रखा हैअपनी अलमारियों में,ये आकर्षक अप्रकृतफूल वाले वासों में भी छिपे पड़े होंगेदेखना,कुछ ने तो तिजोरियों में रखा होगाइसे संभाल कर…। आज छुट्टी का दिन है,तो रावण भी नहीं निकलेगाउन अलमारियों से,आकर्षक अप्रकृत फूल वाले वासों सेऔर तिजोरियों से…। चलो इसी बहाने सभी … Read more

संदेश यही-सत्य सदा विजयी

दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* दशहरा विशेष… असत्य पे सत्य की जीत हुई,नव चेतना की प्रीत हुईरावण का अभिमान जला,मर्यादा का सम्मान खिला। राम का धैर्य, सीता की शुचिता,लक्ष्मण की निष्ठा, हनुमत की भक्तिहर युग देता संदेश यही,सत्य रहे सदा विजयी। दशहरे की यह पावन घड़ी,हर मन में दीप जलाएद्वेष तिमिर हो दूर सभी,प्रेम-सुगंध फैलाए। आओ मिलकर … Read more

हर किसी का जीवन जगमगाए

संजय एम. वासनिकमुम्बई (महाराष्ट्र)************************************* दशहरा विशेष… आज के पावन दिवस परहृदय से यह प्रार्थना निकलती है,दशहरे के त्यौहार मेंहर किसी का जीवन जगमगाए,भले-बुरे युद्ध का जयघोषआज भी आसमान में गूंजता है,सद्गुणों का दीप तब भी जलता था,आज भी तेज फैलाता है। अहंकार का अंत हो,सत्य, सद्धर्म, सदाचार कीफिर से जय हो, विजय होसोने के पत्तों … Read more

बनाओ रीति-रिवाज़ नए

बबिता कुमावतसीकर (राजस्थान)***************************************** दशहरा विशेष… राम के गुणों से युक्त,अब रह गए दो-चार हैंरावण के गुणों से युक्त,अब लाखों यहाँ दशानन है। भाई से भी धोखा करते,बैर, विरोध व अत्याचार हैमन का रावण मिटता नहीं,कागज का रावण जलाते हैं। नारी से जो भी करते अनाचार,वो जिन्दा रावण घूम रहे हैंछल व भ्रष्टता का आतंक मच … Read more

राम और रावण की सीख

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)***************************************** दशहरा विशेष…. रावण था बलशाली, पर घमंड ने किया सत्यानाश,झूठ-अन्याय के पथ पर, टिकता नहीं कभी विश्वास। विद्वान बड़ा था दशानन, शास्त्रों का भी ज्ञानी,पर अभिमान ने फेर दिया था बुद्धि पर पानी। दस सिर थे, बल था अथाह, फिर भी वो हार गया,क्योंकि छल-अन्याय से अब तक न कोई पार … Read more

बस करो जलाना पुतले को…

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* दशहरा विशेष…. अपराध बोध माना हियतल,दुष्काम काम घायल था मैंअभिशप्त अहं आज्ञापालक,गोलोक द्वार राजित था मैं। सनक सनन्दक महर्षि कोप,त्रिजन्म असुर था मैं शापितआसुरी गुणी भूले सद्गुण,बस चतुर्युगी जलता हूँ मैं। मैं महातपस्वी शौर्यवीर,त्रिलोक जेता दुर्जयी था मैंबस सत्ता पद अहंकार अनल,अत्याचार निर्दयी था मैं। पुरुषार्थ सबल साधक ईश्वर,दशानन … Read more

सबकी मानसिकता

बबिता कुमावतसीकर (राजस्थान)***************************************** सब कुछ सह जाती हैंसमाज की औरतें,बदल नहीं पाईफिर भी मानसिकता सबकी। औरत को आँकने का तरीकाकभी नहीं बदल पाई वह,ऐसी कोई इच्छारखी नहीं उसने,जिसमें दबी हो चीखेंशोषित और पीड़ित वर्ग की। जूझती हैं भले हीपूरी उम्रभर,पर उठ जाती हैंएक पुकार से। चाहे वह हो रंभाती हुईगाय-भैंस की पुकार,जिसमें छिपी है शोषण … Read more