उसी तरह मेरी कविता में…

बबिता कुमावतसीकर (राजस्थान)***************************************** जिस तरह हवा में नमी घुली रहती,उस तरह रूह में मेरे कविता घुली रहती। जिस तरह हवाएँ साजिश करती चली जाती है,उस तरह मेरी कविता उम्मीदों को ढांढस बंधाती है। जिस तरह हवाओं के बादल दिशा बदल लेते हैं,उस तरह मेरी कविता कुछ और कह के चली जाती है। जिस तरह हवाएँ … Read more

चाहिए सुख-दुःख बाँटनहार

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** मित्रता-ज़िंदगी… मनुज अकेला रह नहीं सकता,चाहिए सुख-दुःख बाँटनहारबड़ा नसीबों वाला होगा, जिसे,मिल जाए अगर सच्चा यार। मित्र अगर सच्चा मिल जाए,सुख-दुःख में साथ निभाता हैएक-दूजे का साथ है भाता,अकेलापन-गम दूर भगाता है। सच्चा मित्र अगर मिल जाएहमें वो मंजिल तक पहुंचाएमित्र अगर हो छलिया-कपटी,जीवन पथ से हमें भटकाए। जात-पात ना देखती मित्रता,धन, … Read more

साथ तुम्हारा रहे साथियों

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* मित्रता-ज़िंदगी… चलते कदमों का है ये सफ़र,साथ तुम्हारा रहे मेरे साथियों। खिलखिलाया बचपन सलोना जो,वे दिन संग याद लुभाते साथियों। युवा के सुनहरे वो स्वपन अनोखे,प्रतियोगिता का वो चलन साथियों। संग-संग वो पठन चुलबुली हँसी,तौलते थे शिक्षा लगन साथियों। जीवन साथी मिला रंगा हृदय,कदम है संग अनुपम साथियों। जीवन त्याग … Read more

थोड़ा-थोड़ा आजाद हो गई हूँ

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ थोड़ा-थोड़ा आजाद हो गई हूँ,मैं थोड़ी-थोड़ी जिम्मेदारियों से आजाद हो गई हूँअब मैं ६० पार कर सारे जहाँ की अम्मा बन गई हूँ,बालों में चाँदी यहाँ–वहाँ उतर आई है, आँखों पर ऐनक चढ़ गई हैनजाकत दूर कहीं होती जा रही है। कहते हैं सब-मोटी हो गई हूँ,सुबह जल्दी नहीं होती है उठने … Read more

माँ भारती पुकारती

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उर्मिला कुमारी ‘साईप्रीत’कटनी (मध्यप्रदेश )********************************************** उठो जवानों देखो सरहद पर माँ भारती पुकारती,चलो और आगे बढ़कर तुम, दुश्मन को है ललकारती…। अपना शौर्य तुम्हें दिखाना, चीर दो पाक की छाती,आतंकवादी बनकर जो हमसे है छीना, चीर दो उनकी छाती…। सफल ‘सिंदूर ऑपरेशन’ से थरथराते पाकिस्तानी,कोई सहयोगी नही बनेगा तुम्हारे कर्मो की निंदा होनी…। लिए तिरंगा … Read more

मैत्री हो भाग्यवान

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* भाग्यवान मैत्री हो लोका।मित्र वही साथी हर शोका॥नीति-रीति सम्प्रीति दिखावा,बढ़े मदद दु:ख हाथ बढ़ावा॥ खुशियाँ गम समरूप दिखाए।आपस में विश्वास जगाए॥बने सदा विपद संजीवनी।अपनापन रिश्ते हो अपनी॥ मित्र इत्र सुरभित सम लोका।तन मन आनंदित आलोका॥नाजुक कोमल कुसुम समाना।खिले पुष्प मकरंद सुहाना॥ कृष्ण-सुदामा अमर मिताई।स्नेहिल निर्मल धार बहाई॥वासुदेव कृष्णा सखि … Read more

मित्र जरूरी, ज़िंदगी अधूरी

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** मित्रता-ज़िंदगी… ज़िंदगी में मित्र,जरूरी हैइसके बिना,ज़िंदगी अधूरी है। आड़े वक्त में,मित्र ही काम आते हैंबाकी लोग,नज़र नहीं आते हैं। सगे-संबंधी से,ज्यादा मित्र काम आते हैंमुसीबत के समय,हमारा हौसला बढ़ाते हैं। दोस्त हमारा,हमराज़ होता हैहमारा हर राज़,उसके पास होता है। सच्चा दोस्त बड़ी,मुश्किल से मिलता हैऔर मित्रता का रिश्ता,आजीवन चलता … Read more

तोहफ़ा है मित्रता

सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* मित्रता-ज़िन्दगी… सबसे कहाँ मन मिलते हैं ?सबसे ही दिन बहलते हैंतक़दीर से ये ख़्वाब पलते हैं,मुश्किल से मित्र मिलते हैं। दूरियाँ कम कर देते हैं,हिम्मत बढ़ा देते हैंवक्त बहुत चुराते हैं,मुश्किल से मित्र मिलते हैं। मधुर हवा का झोंका है,मित्रता प्रभु का तोहफ़ा हैजीने की उमंग जगाते हैं,मुश्किल से मित्र मिलते … Read more

वृक्षों की पुकार

बबिता कुमावतसीकर (राजस्थान)***************************************** वृक्ष तुम्हें कह रहे मानव,क्यों कर रहा अत्याचार ?ले हाथ कुल्हाडी मुझे,क्यों काटे बारम्बार ? कट जाऊंगा में अगर,तुम छाया कहाँ से लाओगे ?बिन छाया तुम सभी,लू के थपेड़े खाओगे। निज स्वार्थ को पूरा करने,कल कारखाने लगाते होरेल पटरियाँ बिछाकर तुम,मेरा घर क्यूँ जलाते हो ? कहाँ गये मेरे जंगली जानवर,कहाँ गयी … Read more

ज़िंदगी का ताना-बाना

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** ज़िन्दगी तुझसे कभी शिकवे नहीं किए,तेरे दिए हर ज़ख्म को हम हँस के सह गएन तयशुदा तारीख थी, न तयशुदा समय,विधिना ने कैसा खेल ये खेला था असमय ?हमको संभलने तक का इक मौका नहीं दिया,जीवन मेरा खुशहाल था, बेरंग कर दियाकैसा अजीब ‘ताना-बाना’ तूने बुन दिया ?उसका सिरा, सिरे से गायब … Read more