थामे हैं तिरंगा वीर जवान

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ १५ अगस्त विशेष… कठिन डगर, मुश्किलों भरा सफ़र,डरते नहीं वह लड़ते हैं सिर उठाकर दुश्मनों सेभारत की सेना ही हमारे देश का गौरव है,तभी तो वह चलते हैं हाथों में थामे तिरंगा वीर जवान। हर एक मौसम में सीमा पर खड़े वह,चाहे घनघोर बारिश हो या फिर सर्द हो रातया … Read more

मुरली धुन प्यारी

urmila-kumari

उर्मिला कुमारी ‘साईप्रीत’कटनी (मध्यप्रदेश )********************************************** करूणा करो कष्ट हरो हे गिरिधर,तुमसे मेरी आस जुड़ी हे हरीहरभव में फंसी नाव मेरी करो पार,मुझपे दया दृष्टि धरो हे मुरलीधर। पर सेवा, पर पूजा, पर सच्चा प्यार,रही न इंसानियत किसी पर बारमैं भी पीड़ित हूँ जग करो उद्धार,तू है नारायण हरि जाने हे संसार। बंशी की धुन सुनकर … Read more

तिरंगे को नमन

दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* १५ अगस्त विशेष… लहराए तिरंगा आसमान में,यह भारत का अभिमान हैभारत की गौरव गाथा है यह,यह भारत माँ की पहिचान है। अनगिनत वीरों ने कुर्बानी दी,पर तिरंगा अपना न झुकने दियावीरों के अमर बलिदानों का यह,गर्वित गौरव गान है। केसरिया, श्वेत और हरा रंग,तिरंगे में शोभायमान हैबीच में घूमता चक्र हमारी,प्रगति की … Read more

सुधरे प्रत्येक व्यक्ति

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** १५ अगस्त विशेष…. सदाचार सहयोग, संयम सब साथ ले,समता सद्भावना, को सार्थक बनाइए। आन बान ज्ञान शान, देश की महान जान,गौरव की गाथा आप, ऐसी मधुर गाइए। सुधरे प्रत्येक व्यक्ति, राष्ट्र सुधर जाएगा,शुद्ध सरल संकल्प, मन में जगाइए। गीत गगन के बीच, गरिमा के स्वर गूँजे,गौरव का कोई काम, करके दिखाइए। लहर-लहर … Read more

रेशम की डोर

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* वो यादें रक्षा-बंधन की, सुन्दर अतीत मुस्काता है,मधुर सहोदर ममता बहना, गुमसुम ढांढस अब देता हैइंतज़ार नित बंद लिफाफा, थी राखी प्रेषित सौगातें,रेशम की डोरों का बंधन, विश्वास सहोदर भाता है। ममता समता अपनापन रस, रक्षा मिठास भर जाता है,रिश्तों की स्नेहिल सरिताओं, विमल जल प्रवाहित होता हैमधुरिम बचपन … Read more

उसी तरह मेरी कविता में…

बबिता कुमावतसीकर (राजस्थान)***************************************** जिस तरह हवा में नमी घुली रहती,उस तरह रूह में मेरे कविता घुली रहती। जिस तरह हवाएँ साजिश करती चली जाती है,उस तरह मेरी कविता उम्मीदों को ढांढस बंधाती है। जिस तरह हवाओं के बादल दिशा बदल लेते हैं,उस तरह मेरी कविता कुछ और कह के चली जाती है। जिस तरह हवाएँ … Read more

चाहिए सुख-दुःख बाँटनहार

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** मित्रता-ज़िंदगी… मनुज अकेला रह नहीं सकता,चाहिए सुख-दुःख बाँटनहारबड़ा नसीबों वाला होगा, जिसे,मिल जाए अगर सच्चा यार। मित्र अगर सच्चा मिल जाए,सुख-दुःख में साथ निभाता हैएक-दूजे का साथ है भाता,अकेलापन-गम दूर भगाता है। सच्चा मित्र अगर मिल जाएहमें वो मंजिल तक पहुंचाएमित्र अगर हो छलिया-कपटी,जीवन पथ से हमें भटकाए। जात-पात ना देखती मित्रता,धन, … Read more

साथ तुम्हारा रहे साथियों

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* मित्रता-ज़िंदगी… चलते कदमों का है ये सफ़र,साथ तुम्हारा रहे मेरे साथियों। खिलखिलाया बचपन सलोना जो,वे दिन संग याद लुभाते साथियों। युवा के सुनहरे वो स्वपन अनोखे,प्रतियोगिता का वो चलन साथियों। संग-संग वो पठन चुलबुली हँसी,तौलते थे शिक्षा लगन साथियों। जीवन साथी मिला रंगा हृदय,कदम है संग अनुपम साथियों। जीवन त्याग … Read more

थोड़ा-थोड़ा आजाद हो गई हूँ

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ थोड़ा-थोड़ा आजाद हो गई हूँ,मैं थोड़ी-थोड़ी जिम्मेदारियों से आजाद हो गई हूँअब मैं ६० पार कर सारे जहाँ की अम्मा बन गई हूँ,बालों में चाँदी यहाँ–वहाँ उतर आई है, आँखों पर ऐनक चढ़ गई हैनजाकत दूर कहीं होती जा रही है। कहते हैं सब-मोटी हो गई हूँ,सुबह जल्दी नहीं होती है उठने … Read more

माँ भारती पुकारती

urmila-kumari

उर्मिला कुमारी ‘साईप्रीत’कटनी (मध्यप्रदेश )********************************************** उठो जवानों देखो सरहद पर माँ भारती पुकारती,चलो और आगे बढ़कर तुम, दुश्मन को है ललकारती…। अपना शौर्य तुम्हें दिखाना, चीर दो पाक की छाती,आतंकवादी बनकर जो हमसे है छीना, चीर दो उनकी छाती…। सफल ‘सिंदूर ऑपरेशन’ से थरथराते पाकिस्तानी,कोई सहयोगी नही बनेगा तुम्हारे कर्मो की निंदा होनी…। लिए तिरंगा … Read more