जन-दर्द की थे आवाज़
अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** मुंशी प्रेमचंद जयंती विशेष… कलम के सिपाही, किया शब्दों से राज,जन-जन के दर्द की जो थे आवाज़। ‘गोदान’ की पीड़ा, ‘गबन’ की टीस,हर पंक्ति में बताई जीवन की रीत। ‘कफन’ में लिपटी समाज की सच्चाई,‘नमक का दरोगा’ ने ईमानदारी जगाई। ‘ईदगाह’ के हामिद में साहस था गहरा,लोहे के चिमटे से वो … Read more