गौरवान्वित ‘हिन्दी’
सौ. निशा बुधे झा ‘निशामन’जयपुर (राजस्थान)*********************************************** हिन्दी का तो स्पंदन प्यारा,हिन्दी का वैभव न्याराआलोकित रूप से सज-धजकर,विश्व में ज्योति के साथ खड़ी। शब्द-शब्द रस हैं घोले,स्वर, छंद, दोहे, सोरठेगुणगान देखे,कहानी-निबंध-उपन्यास भरे हैं। नभ को विभोर करें,धरा में भीतर सीप में जैसेमोती गढे हैं।गुंजायमान है हिन्दी,तुम्हें नमनः प्रणाम है हिन्दी॥