प्रेम विहीन रिश्ते
डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** कहाँ गया रिश्तों से प्रेम…?… आजकल रिश्तों से,प्रेम कहीं खो गया हैप्रेम से तो बिछड़े,एक जमाना हो गया है। आजकल बनते हैं,पैसे से रिश्तेयदि आप धनवान हैं,तो सब बनाएंगे रिश्ते। सगा गरीब रिश्तेदार भी,किसी को नहीं सुहाता हैअमीर हो कोई दूर का रिश्तेदारवह सबको भाता है। आजकल प्रेम की … Read more