मेरी खिड़की पर आ जा तितली
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मेरी खिड़की पर आ जा तितली, सतरंगी मधुरिम उड़ान हैखुशियाँ सुख मुस्कानों भर दे, सत्य प्रकाशित नव विहान हैमनमानी करती उड़ती चहुँ खोल पंख अनुपम उड़ान है,आओ तुम विहरो मन तितली अपनापन धरती महान है। नव रंगों से सजा चमन है, आया सावन मास मधुर हैरंग-बिरंगे पंख खोल चहुँ … Read more