बलिदान बेकार नहीं जाने देंगे

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* बलिदान वीर जवानों का, बेकार नहीं जाने देंगे।हम भारत माँ की आँखों में अश्रु नहीं आने देंगे॥ हैं वीर सिपाही मतवाले, उनके यश को नित गाएंगे,हम अपनी माता मातृभूमि को किंचित नहीं लजाएँगे।हम अब अपनी पुण्य धरा पर, आतंकी ना आने देंगेबलिदान वीर जवानों का, बेकार नहीं जाने देंगे…॥ हरकत जो … Read more

काश! हमदम मिले कोई

डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** काश! हमदम मिले नया कोई,दर्द-ए-दिल की मिले दवा कोई। मुद्दों से खुशी मिली ही नहीं,दिल तरसता, मिले मज़ा कोई। कल सुनहरा हो आरज़ू ये है,मेरी मेहनत का हो सिला कोई। मुझसे होती है तेरे हक़ में दुआ,तू मेरे हक़ में करे दुआ कोई। फंस गई है भँवर में नाव मेरी,काश! … Read more

सौगंध ये हिन्दुस्तानी है

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* ऑपरेशन ‘सिंदूर’,बहुत खूबअब तो पता चला,तुझे हैवान…ओ पाकिस्तान! बंद किया चिनाब का पानी,समझा गीदड़ भभकीअज्ञानी!ललनानों का सिंदूर मिटाया,होने वाला है तेरा सफाया,क्यूँ घबराया ? अब जान गया होगा,चुटकी भर सिंदूर की कीमतपर तुझे समझ कहाँ आता है ?‘आँख का अंधा-नाम नयनसुख।’ आततायी नापाक,न समझ खुद को पाकजिसके दम पर तू कूद रहा … Read more

माँ हमारी प्रेरणा…

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ माँ अमृत है तू,माँ तू खुशियों का समन्दर हैतेरे बिना कुछ नहीं संसार में,माँ तू ही हमारी प्रेरणा है। हम बच्चों के लिए तू खुली क़िताब है,तू शक्ति है, सम्मान हैममता का वह रूप रंग है,माँ तू ही हमारी प्रेरणा है। तू भूखी-प्यासी रहती है,सब दु:ख सहती हैअपने बच्चों को … Read more

पहलगाम-एक प्रश्न…

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* आतंक, विनाश और ज़िंदगी (पहलगाम हमला विशेष)… पहलगाम की उन खूबसूरतसुदूर बर्फीली चोटियों में,जहा सैलानी हर गर्मियों मेंशौक से घूमने जाते हैं। एक हृदय विदारक,घटना ने एक नई नवेलीदुल्हन का घर उजाड़ दिया,आतंकियों ने उसके सुहाग कोचंद दिनों में मिटा दिया। देश की रक्षा में तैनात,एक बहादुर अधिकारी कोआतंकवाद का निशाना … Read more

कदमों में झुकाना है

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** नव उमंग उत्साह लिएसाजन को साथ लिएफूलों की घाटियों में,केसर की क्यारियों मेंएक नवविवाहिता चली आयी थी,साथ पाकर पी का फूली नहीं समाई थी। लाल सिंदूर भरा माँग में,शादी के चूड़े थे हाथ मेंइठलाती बलखाती-सी,कुछ-कुछ शरमाती-सीबर्फीली वादियों में घूमने आयी थी,पी की बाँहों में सिमटने चली आयी थी। क्रूर, कठोर, कुटिल, कुविचारी,कूद … Read more

शेर को जगा दिया तूने

धर्मेन्द्र शर्मा उपाध्यायसिरमौर (हिमाचल प्रदेश)************************************************* आतंक, विनाश, ज़िन्दगी (पहलगाम हमला विशेष)… सुन ये आतंकिस्तान के मालिक,सोए हुए शेर को जगा दिया तूनेधर्म के अमन-शांति को जलाकर,मानवता को मिटा दिया तूने। पहलगाम में हमला करके,हम सबको रुला दिया तूने।अरे! कायर आतंकवादी शैतान,मासूम लोगों को धर्म पूछकर मार दिया तूने ? आज अपनी ही करनी के लिए,चाहे … Read more

धर्म नहीं सिखाता दहशत

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** आतंक, विनाश, ज़िन्दगी (पहलगाम हमला विशेष)… धर्म पूछ कर गोली दागना,किस देश के संविधान में लिखा है ?ओ आतंकवाद के आकाओं!,तुमने यह पाप कहाँ से सीखा है ? धर्म नहीं सिखाता दहशत फैलाना,ये तो तुम्हारे जहन की खुराफातें हैंबने फिरे जो धर्म के ठेकेदार हो तुम,आदमी से आदमी को ही लड़ाते … Read more

मौन रहना अब ठीक नहीं

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** आतंक, विनाश, ज़िन्दगी (पहलगाम हमला विशेष)… धर्म का खेल घिनौना ऐसा,सुन जीते-जी मैं मर गयीमानवता शर्मसार हुई,नई गाथा फिर गढ़ गयी। कितना जहर भर हवा में,ये मंजर हमें दिखाता हैगलियाँ-बस्ती सूनी हो गयी,मानव व्यवहार बताता है। घर उजाड़े और सपने छीने,दामन भर दिए काँटों सेसोंचो बात बनेगी कैसे, क्या,बदले में दिए गुलाबों … Read more

सबक सिखाना जरूरी

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** पहलगाम का बदला है नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’,आतंकी ठिकाने ध्वस्त, सीमा के आगे दूर-दूरअभी तो यह प्रारंभ है, और भी होगी आगे तबाही,जिनके सुहाग उजड़े, उसका प्रतिशोध है भरपूर। जैसे को तैसा की मार, नापाक के लिए जरूरी थी,आतंकी ठिकानों को अब, नष्ट करना मजबूरी थीतुम छिप-छिप कर वार करने के आदी … Read more