माँ की ममता
शैलश्री आलूर ‘श्लेषा’ बेंगलूरु (कर्नाटक राज्य) ************************************************** वृद्धाश्रम में मौत की राह देखती बैठी एक माँ के हाथ बेटे का खत मिला। पत्र सुंदर था खत का विषय कुछ ऐसा है- माँ कल एक तारीख है पिताजी की पेन्शन के रूपए आए होंगे। आ रहा हूँ दो -तीन दिन मेें उन रूपयों को लेने, जानती … Read more