समझ ना पाता हूँ…
आचार्य गोपाल जी ‘आजाद अकेला बरबीघा वाले’शेखपुरा(बिहार)********************************************* हे कृष्ण लिखूं मैं क्या तुम पर,मैं कुछ भी समझ ना पाता हूँजीत लिखूं या हार लिखूं,मैं संशय में रह जाता हूँकंस का वध किया तुमने,पर जरासंघ से भाग गएरणछोड़ कहूं या रण बांका,इस उलझन में पड़ जाता हूँ।हे कृष्ण लिखूं मैं क्या तुम पर,मैं कुछ भी समझ … Read more