कान्हा कब होगा तेरा आना…?

आचार्य गोपाल जी ‘आजाद अकेला बरबीघा वाले’शेखपुरा(बिहार)********************************************* मधुबन में मुरली मीठी बजाना,यूँ गाय चराने नित दिन जाना।मित्र-मंडली में नित इठलाना,कान्हा अब कब होगा तेरा आना ? गोकुल-गलियों में‌ धूम मचाना,बाल…

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नहीं चाहिए शुभेच्छा फूलों से

गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)************************************** नहीं चाहिए मुझे स्वागत गुलदस्ते की-या सुंदर फूलों की माला,मैं असमंजस में या परेशान होता हूँ-जब दिल में चुभती है फूलों की यंत्रणा।एहसास करता हूँ स्वयं…

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वीर शिशु

गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)****************************************** शहीद खुदीराम बोस बलिदान विशेष...... देश-दुनिया जब अश्रुपूरित नयन में-आप हा-हा हँस रहे हो निर्भय से।होगी आपको फांसी,नहीं जानते आप क्या-ओ अग्निशिशु,फिर भी आपको नहीं है…

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सावन आया अपने द्वार

आचार्य गोपाल जी ‘आजाद अकेला बरबीघा वाले’शेखपुरा(बिहार)********************************************* बहने लगी बरसाती बयार,बूंदों की होने लगी है बौछारधरती पर फिर छाया है बहार,देखो सावन आया अपने द्वार। प्रेम अग्नि में जले तन-मन…

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बरसात में…

आचार्य गोपाल जी ‘आजाद अकेला बरबीघा वाले’शेखपुरा(बिहार)********************************************* कारे कारे मतवारे,जालंधर आए आज आकाश में,झूम-झूम मन मयूरा नाचे,रिमझिम-सी बरसात में। खेत खार बाग सब जागे,वारिधर की हुंकार में,बिजुरी चमके चम-चम नभ…

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आज भी वह मेरी दीवानी

आचार्य गोपाल जी ‘आजाद अकेला बरबीघा वाले’शेखपुरा(बिहार)********************************************* ये घटा सावन की सुहानी तो है,दर्दे-दिल की अपनी कहानी तो है। यादों के थपेड़े सहते मगर,उन्हीं से दिल में रवानी तो है।…

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चलो हम भरें उड़ान

गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)************************************* दूर बहुत,दूर खड़ी है वह-बर्फ से आच्छादित पहाड़,बुला रहा है हमेंदोनों बाहु फैलाकर।चलो हम उड़ान भरें-उमंग के रंग मन के पंख मेंयहाँ नहीं होगा शोर सागर…

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प्यार का एहसास

गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)************************************* विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. जोड़ी,प्यार और सम्पर्क को-आसान नहीं है समझ पाना,सिर्फ माया के साथ माया-जैसे धूप और छायाधूप है तो छाया भी-धूप नहीं तो…

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रखना अटल विश्वास

मदन गोपाल शाक्य ‘प्रकाश’फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश)************************************** हर कदम पर मुस्कुराना होगा,पर्वतों में भी मार्ग बनाना होगा। कठिन होता नहीं कुछ सोच लो,जिंदगी चलती है थोड़ी मौज लो। अटल विश्वास मन…

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अंधेरा अब मिटने वाला है

आचार्य गोपाल जी ‘आजाद अकेला बरबीघा वाले’शेखपुरा(बिहार)********************************************* कष्टों का अविराम अंधेरा,देखो अब मिटने वाला है।बरखा की बूंदों के संग घन,नूतन खुशियां लाने वाला है। पीड़ा अब आँसू बनकर बहेगी,ये सहर…

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