राजनीति का खेल

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* राजनीति के खेल में,पिसते सदा गरीब।वोट माँगकर दीन का,जाते नहीं करीब॥ सत्ता पाना है हमें,एक यही बस लोभ।मरते नित्य गरीब पर,कभी न करते क्षोभ॥ दौलत की भरमार है,फिर भी चूसें खून।खून-खराबा हो रहा,सत्ता बना जुनून॥ जात-पात की आड़ में,लूटें छल से वोट।सत्य कर्म से दूर है,मन में बसता खोट॥ बिना काम … Read more

कंटक पथ में मानुष बनता

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* कंटक पथ में मानुष बनता,कैसे मैं बढ़ पाऊँगी।पंख कतर कर रखते बोलो,कैसे मैं मुस्काऊँगी॥ निर्मल मन से स्वप्न सँजोए,इस धरती पर आती हूँ,सीमाओं का बंधन मन में,देख बहुत डर जाती हूँ।नन्हीं-सी बाला हूँ मैं तो,कैसे मैं समझाऊँगी,कंटक पथ में मानुष बनता,कैसे मैं बढ़ पाऊँगी…॥ करवट लेती उम्र नवलता,कहते सब मैं नारी … Read more

मानव हूँ

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* मैं मानव हूँ स्वार्थ धरें नित,करता काम।कभी न सोचूँ अहित काज का,निज अंजाम॥ लोभ मोह में फँसता जाता,मैं अज्ञान,दीन-दुखी को बहुत सताया,बन अनजान।पीछे मुड़कर पीर न देखी,बढ़ता नाम,मैं मानव हूँ स्वार्थ धरें नित,करता काम…॥ चले नहीं जोर अमीरों पर,डरता खूब,लख गरीब कर्जे में अक्सर,जाते डूब।नहीं आंकलन किया स्वेद का,देता दाम,मैं मानव … Read more

सीख बाँटता तू अज्ञान

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* स्वार्थ बसाकर सीख बाँटता,तू अज्ञान।द्वेष कपट रखकर कहता है,तू भगवान॥ दीन दुखी को बहुत सताया,करके लूट,बुरे कर्म पर चलने की क्या,तुझको छूट। गर नहिं सँभला तो पहुँचेगा,तू शमशान,स्वार्थ बसाकर सीख बाँटता,तू अज्ञान…॥ राजनीति में सत्ता पाकर,भूला हाल,लोभ मोह में कष्ट बाँटता,तेरी चाल। पीर देखकर मुख मोड़े है,बन अनजान,स्वार्थ बसाकर सीख बाँटता,तू … Read more

घर-परिवार मेरा अभिमान

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… संसार में घर और परिवार में अनुपम सामंजस्य रहता है। दोनों एक-दूसरे के पूरक होते हैं। घर चाहे कुटिया हो,या आलीशान अट्टालिकाएं,या महल। घर की गरिमा परिवार से बढ़ती है,और परिवार की गरिमा घर से। मानव प्राणी ने आदिम काल में अपनी सुरक्षा और अपने परिवार की … Read more

सुख रहे घर-परिवार से

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… साथ घर-परिवार के रह सर्वदा।पीर होती,काम आते हैं सदा। सत्य ही तो एक बस आधार है।प्रेम बसता है जहाँ परिवार है॥ आस है विश्वास सुंदर है यहाँ।स्वर्ग से बढ़कर खुशी बसता जहाँ। दु:ख कहीं तो सुख जहाँ मिलकर सहे।एकता समभाव की धारा बहे॥ मातु का आशीष तो वरदान … Read more

माँ करुणा की मूर्ति

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* ज्ञानी गंगा है कहे,जिसको जग संसार।निर्मल ममता बाँटती,मातु हृदय का सार॥मातु हृदय का-सार ज्ञान वो,प्रथम सिखाती।देती शिक्षा,सही-गलत की,राह बताती॥‘आशा’ कहती,इस जगती में,बढ़कर दानी।सदा रही है,सदा रहेगी,माँ ही ज्ञानी॥ करुणा की मूरत कहे,जगती का अवतार।निश्छल ममता नित बहे,अनुपम उसका प्यार॥अनुपम उसका-प्यार जगत की,पालनहारी।जन्मदायिनी,इस धरती पर,माँ अवतारी॥‘आशा’ कहती,प्रेम बाँटती,जैसे अरुणा।माँ के आँचल,सदा बसे … Read more

भूचालों की बुनियादों पर

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* भूचालों की बुनियादों पर,बना रखा है घर।स्वप्न सलोने बुनती हूँ मैं,आशा है सुंदर॥ अनजानों से रिश्तें कहते,सभी पराये हैं,पर अपने निज रिश्ते मानें,काम न आए हैं।पग-पग छल पीछे घूमे है,देख लगे है डर,भूचालों की बुनियादों पर,बना रखा है घर…॥ छलते सारे अपने देखो,पीड़ा है ज्यादा,छुरी चले आभास न होता,कैसा फिर वादा।ठगी … Read more

आक्सीजन कहाँ है!

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* आक्सीजन अब ढूँढ रहे हो।मत काटो क्या पेड़ कहे हो॥ वर्तमान में मानुष रोता।लोभ मोह में सब-कुछ खोता॥ कलयुग का यह है संदेशा।कभी लगाया नहि अंदेशा॥ प्रतिपल मानुष जूझ रहा है।वृक्ष न काटो कभी कहा है॥ जीवन तो है बस वृक्ष जहाँ है।आक्सीजन बस मिले वहाँ है॥ आज सबक हमको लेना … Read more

मजदूर हूँ मैं

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* श्रमिक दिवस विशेष…. मेहनतकश मजदूर हूँ मैं,सकल देश की शान।हाथों में हिम्मत है मेरे,यह मेरा अभिमान॥ देख भवन जो आज खड़ा है, मेरा है उपकार,खून पसीना खूब बहाया,किया देश उद्धार।देश करे है उन्नति मुझसे,श्रम करूँ मैं दान,मेहनतकश मजदूर हूँ मैं,सकल देश की शान…॥ अस्पताल की नींव रखी है,खूब बनाया स्कूल,श्रम करूँ … Read more