हूँ नन्हीं चिड़िया
आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* मैं हूँ नन्हीं सुंदर चिड़िया,वृक्ष एक आधार।मनुज छीनता आज देख लो,नित मेरा घर बार॥ जब-जब नीड़ बनाती हूँ मैं,घर जाता है टूट।धन का लालच हृदय बसाकर,चैन रहे हैं लूट॥ पीड़ा मुझको भी होती है,समझो मेरा मर्म।मूक सदा रहकर भी सुन लो,सदा निभाती धर्म॥ घर की चाहत जैसा रखते,वैसी मुझको आस।वृक्ष काटकर … Read more