मेरे स्वप्न का कश्मीर
असित वरण दासबिलासपुर(छत्तीसगढ़)*********************************************** यहाँ की वादियों में सुना है,प्रेमिकाओं की पायल की झंकार गूंज उठती हैअपरूप प्रकृति ही है,जो इंसान की प्रकृति बनकरकितने ही दिलों में धड़कती है। घाटी के पहाड़ों से,दरख्तों से,जो आवाजें वापस आती हैंउनमें प्रेम की ही जुबान चलती है,जो अजान से अजान तक,चेहरे से चेहरों तक सुनी जाती है। मैं उन … Read more