श्रद्धांजलि…सूरत के लाल
अविनाश तिवारी ‘अवि’ अमोरा(छत्तीसगढ़) ************************************************************************ जला सूरत,तस्वीर थी बदसूरत, प्रशासन था मौन,कैसी ये फितरतl झुलस गए मासूम,माँ उसको निहार रही, हड्डी के ढांचों में ममता निढाल विलाप रही। आग बुझी इमारत की,दिल की आग कौन बुझायेगा, क्या सिर्फ मुआवजों से मरहम लग पायेगा ? सुविधाविहीन इमारत पर कोचिंग का गोरखधंधा है, लील गया मासूमों को,मानवता … Read more