भोर का नमन
ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** पुस्तक `गीत गुंजन` से……….. तर्ज:फूल तुम्हें भेजा… ऐ माँ तुम्हारे चरणों की ये,धूल भी कितनी पावन है। इस मिट्टी में जीवन का हर,पतझड़ भी तो सावन हैll ऐ माँ तुम्हारे… हे तात तुम्हारे कृपापुष्प की,गाथा कैसे गाऊँ मैं। जीवन ही जो सुरभित कर दे,वो सुरभि तुम्हीं से पाऊँ मैंll हे … Read more