देते रहना आशीष

भुवनेश दशोत्तरइंदौर(मध्यप्रदेश)************************************* मकर सक्रांति स्पर्द्धा विशेष…. हे भास्कर! हे ज्योतिर्मय! हे प्रत्यक्ष देव!उधर आपका दिव्यरथ बढ़ रहा नई राशि की ओरऔर,इधर हमसंक्रांति के इस उत्सव मेंउल्लासित हृदय से,अंजुलि में अर्ध्य लिएप्रार्थनाएँ बुदबुदा रहे हैं। हे सूर्यदेव!प्रार्थना है कि,हमने अपना ध्येय किसी पतंग-साऊर्ध्वगामी किया है,देना इसे आशीष अपनाधरा से ऊँचाई तक,इसने बहुत संघर्ष किया है। हे … Read more

आओ नववर्ष

भुवनेश दशोत्तर,इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************* आओ नववर्ष आओ!हमें इस बार,आशा हैकि तुम करोगे वह सब,जिससेहर जीवन मधुमय हो,उसमें लय हो,वह फिर से गतिमय हो। गाँवों की चौपालों पर,फिर सेमुलाकातों का प्यारा दौर हो।नन्हें मियां की गप्पेबाजी पर,बैठे-ठालों की हँसी का न ठौर होऔर उधर,पनघट पर गगरी भरतीबतियाती सखियों का शोर हो। इस बार जब,माता-पिता की आस बनकरगाँव से … Read more

खुशियाँ

भुवनेश दशोत्तर,इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************* बाज़ार के पास,मुझे खुश करने का सारा इंतजाम थासारा ज़रूरी सामान था,वहाँ मादकता,मदहोशी,रंगीन नज़ारे सब बिक रहे थेlमैं खुशियाँ खरीदता रहा,लेकिनखुशियाँ कपूर-सी उड़ती रहीं,मन को और रीता करती रहींl मैं बाज़ार के चक्कर लगा रहा था,भूल गया था किबाज़ार के पास सब-कुछ है,लेकिन उसके पासखुशियाँ बाँटता,न तो रंग-बिरंगा आकाश हैन चलते-फिरते बादल,न क्षितिज … Read more