लौट आ…

बुद्धिप्रकाश महावर मन मलारना (राजस्थान) **************************************************** कहते हैं, जिंदगी जिंदादिली का नाम है। फिर क्यों हार जाते हैं…? फिर क्यों टूट जाते हैं…? फिर क्यों कर लेते हैं खुदखुशी…? अपनी ही खुशियों का, घोंट लेते हैं गला। क्या तुम्हें जीने का हक नहीं…? क्या तुम पर किसी का हक नहीं…? फिर क्यों इंसान…? यूँ सोचता … Read more