खुद को पहचान तो ले
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** (रचना शिल्प:रदीफ-तो ले,काफिया-मान,जान,तान, ठान,ज्ञान २१२२ १२१२ १२१२ ११२) खुद को पहचान तो ले खुद को पहले जान तो ले।तू जमीं को गगन को अपना पहले मान तो ले। जिन्दगी भर का प्यार मिल सके जहाँ से तुझे,बात ऐसी तू कोई इस जहाँ से जान तो ले। तुझको सब मानते … Read more