एक बार और…

ऋतुराज धतरावदा इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* सोचता हूँ कुछ देर सुस्ता लूँ, झील किनारे बैठकर कहीं पीलूँ थोड़ा-सा मौन, खुद के अंदर उतरूँ जहाँ बरसों पहले, जाया करता था कभीl हर चीज को फिर सलीके से सजाऊँ, आईने को साफ कर वही पुराने कपड़े पहन, नजरभर खुद को भी देखूँ समय के साथ उग आई सलवटों पर … Read more