गहराई

प्रकृति दोशी भोपाल(मध्यप्रदेश) ********************************************************************************** पैरों की उंगलियों ने पानी को छुआ, कहा- तुम कौन हो ? हो कौन तुम पूछा मैंने जब… एक अनजानी चाहत ने लिया खींच मुझे गहराई की बाँहों की ओर… गहराई मुझे बाँहों में भरती रही उस नीले से पानी की ठंडक मुझे महसूस-सी होने लगी… डूबने आयी थी मरने आयी … Read more