आकांक्षा
जबरा राम कंडाराजालौर (राजस्थान)**************************** जीवन में आकांक्षा होती,कुछ पाने की,कुछ बनने बनाने की,नाम कमाने की। सुख पाने-दु:ख ढहाने,शौक-मौज मनाने की,पहनने सजने-संवरने की,अच्छा खाने की। लायक नायक बनने की नर्तक या कुछ गाने की,लोगों का मन मोहने की,या मंच पर छा जाने की। अच्छा-खासा बनने की,या सिक्का जमाने की,पद प्रतिष्ठा को पाने या,पैसा-धन कमाने की। अनगिनत … Read more