आज कोई रुठ गया
डॉ. वसुधा कामत बैलहोंगल(कर्नाटक) ******************************************************************* आज कोई रुठ गया, उसका साल अब चला गया उसके नयन भीगे थे, सिसकियाँ लेकर कहता वो बार-बार- `ना जाने मैंने कौन-से ऐसे कर्म किये,…
Comments Off on आज कोई रुठ गया
January 3, 2020