राधा हिय में बसे मोहन
रश्मि लता मिश्राबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************** काव्य संग्रह हम और तुम से राधा हिय में बसे मोहन,मोहन मन बीच राधा हैंएक-दूसरे के बिना तो-दोनों ही केवल आधा हैं। उपजा सूर के मन प्रेम तो,‘सूरसागर’ ग्रंथ रच डालाप्रेम की देखो महिमा न्यारी-अंधे नयन में है उजाला। प्रेम की राह कँटीली बड़ी,चल ना सके हर कोई रेसूली सेज संकीर्ण … Read more