मेरे रसिया

श्रीमती प्रिया वर्माबेंगलोर(कर्नाटक)************************************** फागुन संग-जीवन रंग (होली) स्पर्धा विशेष… होली में कमाल करे मेरे रसिया,पी के धमाल करें,मेरे रसिया। जबसे देखा भोला को भांग पीते,होली में भांग पी के झूमते रहते। दोनों हाथ में ले लाल-लाल गुलाल,लगाए अपने हाथों से,अपने गाल। खुब नाचेगावे करे बड़े शोर रसियामनावे भाभी, तो नहीं माने बतिया चुपके जाए,पिया भांग … Read more

तस्कीन

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** ना-इत्तेफ़ाक़ी,मेरी,उनसे है जरा,जो कहते,मिलता, जो मुकद्दर में लिखाजो मिल गए हो तुम मुझे,ऐ हमनवा,मुझको तो तक़दीर से ज्यादा मिलाl उसने माँगा आसमां,मैंने जमीं,उसने सितारे माँगे,मैंने रोशनीरब से उसको भी,औ मुझको भी मिला,दौलत उसे,मुझको सुकूँ ज्यादा मिलाl उसने परस्तिश,मैंने भी सज़दा किया,मैंने कुछ माँगा ना,पर,उसने दिया,उम्मीद क्या थी उसकी,मुझको ना … Read more