मेरे रसिया

श्रीमती प्रिया वर्माबेंगलोर(कर्नाटक)************************************** फागुन संग-जीवन रंग (होली) स्पर्धा विशेष… होली में कमाल करे मेरे रसिया,पी के धमाल करें,मेरे रसिया। जबसे देखा भोला को भांग पीते,होली में भांग पी के झूमते…

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तस्कीन

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** ना-इत्तेफ़ाक़ी,मेरी,उनसे है जरा,जो कहते,मिलता, जो मुकद्दर में लिखाजो मिल गए हो तुम मुझे,ऐ हमनवा,मुझको तो तक़दीर से ज्यादा मिलाl उसने माँगा आसमां,मैंने जमीं,उसने सितारे…

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