पृथ्वी

मानकदास मानिकपुरी ‘ मानक छत्तीसगढ़िया’  महासमुंद(छत्तीसगढ़)  *********************************************************************** विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… हे प्राणी सावधान!दुखित-द्रवित ब्रह्मांड, जीवनदायिनी का जीवन है खतरे में। विश्वास कर पृथ्वी में ही है,संभव जीवन, तू भी पला यहां,झांक जरा अपने में। जहां पला बढ़ा,उसका तो कर सम्मान, ना उजाड़ पृथ्वी,विकास-विकास के सपने में। परोपकारी,धैर्य वाली सुंदर पृथ्वी है महान, सबका … Read more

महिला-अदभुत शक्ति

मानकदास मानिकपुरी ‘ मानक छत्तीसगढ़िया’  महासमुंद(छत्तीसगढ़)  ************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… महिला एक शब्द ही नहीं है,वह अथाह सागर की तली है, जिसका पार ना कोई पा सका,उसमें अदभुत शक्ति भरी है। जिसकी सहनशीलता के आगे धरती क्या सारी सृष्टि की भी कमी है, सूर्य में आग,पुष्प में सुगंध,जल में उतनी नमी नहीं, जितनी … Read more