देवी कुष्मांडा
मधुसूदन गौतम ‘कलम घिसाई’कोटा(राजस्थान)************************************************** दिवस चार का यह नवराता,कुष्मांडा देवी माता,एक अंड से ब्रह्मांड सकल,जाना उपजाया जाता। अपनी मन्द हँसी ही लेकर,सकल जगत है जन्माया,माता तेरी लीला न्यारी,कौन जान अब तक पाया। रोग शोक को हरने वाली,तेरे दर्शन काफी है,पापमुक्त हो जाता पल में,जो भी मांगे माफी है। हे माता जिसके हाथों से,जब प्रसाद चढ़ … Read more