कोई सिला न मिला…

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** क्या कहूँ, ज़िंदगी को वफाओं का कोई सिला न मिला। बेवफा दुनिया में, बेवफाई का सिलसिला ही मिला। तमाम उम्र भटकता रहा,खुशियों की तलाश में, अदाओं से रुसवा मंदिरों मस्जिदों की, दर-दीवारों खुद को खोजता किसी दुआ की आस में। अरमानों के आसमान में उड़ता, चाहत-जज्बों में मगर मंजूर … Read more