दौर
नेहा लिम्बोदिया इंदौर(मध्यप्रदेश) ********************************************************** दौर-दौर की बात अलग है, दौर-दौर के रंग निराले। दौर-दौर के ठाट अनूठे, दौर-दौर की फ़िज़ा अलबेली। दौर-दौर के रूप अनोखे, दौर-दौर से चलती दुनिया। दौर-दौर का अपना मजा है, दौर-दौर को जी लो यारों। करो कर्म-परिश्रम जमकर तुम, दौर-दौर को अपना बना लोll