सुनो,खुद को खो दो…
निशा निइ्क ‘ख्याति’दिल्ली *************************** काव्य संग्रह हम और तुम से.... सुनो,खुद को तुम खो दो मेरे हो के,मैं सब-कुछ भूल जाऊँ तुम्हें याद करके। बाँहों में तुम्हारी जब आऊँ तो…
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January 12, 2021