ग़ालिब

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** उसने मुझे बहुत समझाया,ताक़त इस्तेमाल करो,मैंने दिल की सुनी,हार दिल अपना,सबको जीत लियाl उसने मुझे बहुत समझाया,बहती हवा के साथ बहो,मैंने सुनी जुनूं की अपने,तूफानों को जीत लियाl उसने मुझे बहुत समझाया,ज़िद छोड़ो बाज़ार चलो,ख़ुद-एतिमाद की सुनी,बिका ना,बाज़ारों को जीत लियाl उसने मुझे बहुत समझाया,सभी पे ना ऐतबार करो,सुनी … Read more